Coronavirus: प्रवासियों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या कई गुणा बढ़ी

उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। प्रवासियों की वापसी होने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या कई गुणा बढ़ गई है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 08:54 AM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 10:07 PM (IST)
Coronavirus: प्रवासियों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या कई गुणा बढ़ी
Coronavirus: प्रवासियों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या कई गुणा बढ़ी

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। प्रवासियों की वापसी होने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या कई गुणा बढ़ गई है। शनिवार को भी प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 33 और मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 751 हो गई है। जिनमें अब तक 105 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। जबकि अलग-अलग अस्पतालों में 636 संक्रमित मरीज भर्ती हैं। पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हो चुकी है, जबकि तीन मरीज राज्य से बाहर चले गए हैं।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को देहरादून में 21 और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें 10 लोग हाल ही में मुंबई से वापस लौटे थे और बिधौली में क्ववारंटाइन थे। जबकि सेवलां कला के एक आढ़ती समेत परिवार के छह लोग पॉजिटिव हैं। इसके अलावा डांडीपुर के कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए तिलक रोड निवासी व्यक्ति में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। 

गढ़ी कैंट व यमुना कॉलोनी निवासी एक-एक व्यक्ति भी पॉजिटिव आया है। इसके अलावा एम्स ऋषिकेश में भर्ती एक मरीज की भी रिपोर्ट पॉजिटिव है। वहीं आज संक्रमित आई काबीना मंत्री सतपाल महाराज की पत्नी व पूर्व मंत्री अमृता रावत ने दून स्थित निजी लैब से जांच कराई थी। नैनीताल में मुंबई से लौटे पांच, टिहरी लौटे चार और हरिद्वार लौटे तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण के लिहाज से लॉकडाउन का चौथा चरण और मई का दूसरा पखवाड़ा प्रदेश पर भारी साबित हुआ है। 

निरंजनपुर मंडी से अब तक 13 संक्रमित

निरंजनपुर मंडी से संक्रमित हुए लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक मंडी के कारण 13 लोग कोरोना पॉजिटिव आ चुके है। शनिवार को एक आढ़ती के परिवार के छह लोगों में भी कोरोना की पुष्टि हो गई। गनीमत यह है कि अभी तक संक्रमित मरीज मंडी के सील एरिया से ही संबंधित हैं।

निरंजनपुर मंडी में बीती 22 मई को एक आढ़ती के कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि होने से पूरे परिसर में हड़कंप मच गया था। इसके बाद पूरे डी-ब्लॉक को सील कर दिया गया था। साथ ही दुकानों से संबंधित सभी आढ़तियों और कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया था।

इसके बाद दो दिन के भीतर ही संक्रमित व्यक्ति के पिता, जो कि उसी दुकान में मुंशी हैं, भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद तो मानो सिलसिला ही शुरू हो गया। 25 मई को डी-ब्लॉक की ही एक और दुकान के आढ़ती और एक अन्य दुकान के कर्मचारी में भी कोरोना की पुष्टि हो गई। इसके अगले ही दिन तीन और आढ़ती भी संक्रमित पाए गए। इसमें चिंता की बात यह रही कि दो आढ़ती डी ब्लॉक के पास ही स्थित ए ब्लॉक के थे। जिस पर ए-ब्लॉक की भी कुछ दुकानें सील कर दी गईं। अब शनिवार को डी-ब्लॉक के एक आढ़ती के परिवार के छह लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया। ऐसे में अब तक मंडी के कारण 13 लोग संक्रमित हो चुके हैं। अभी और लोगों के भी संक्रमित पाए जाने की संभावना है।

दून में बने पांच और कंटेनमेंट जोन, अब 14 हुई संख्या

देहरादून: लॉकडाउन में ढील के साथ कोरोना संक्रमण की दर ऊपर चढ़ रही है, साथ ही नए कंटेनमेंट जोन भी तेजी से अस्तित्व में आ रहे हैं। शनिवार को देहरादून जिले में रिकॉर्ड पांच नए कंटेनमेंट जो अस्तित्व में आने के साथ ही कुल संख्या 14 हो गई है। ये सभी जोन 20 मई के बाद अस्तित्व में आए हैं।

जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के आदेश के क्रम में विकासनगर के वार्ड नंबर-9 और हरबर्टपुर के ग्राम जीवनगढ़ के वार्ड-13 में नया कंटेनमेंट जोन बनाया गया। ग्रामीण क्षेत्र में बनाया गया यह दून का पहला कंटेनमेंट जोन भी है। इसके अलावा ऋषिकेश के 20 बीघा कॉलोनी क्षेत्र का कुछ हिस्सा, ऋषिकेश के ही शिवाजी नगर की गली नंबर 34, जौलीग्रांट में आदर्श नगर की लेन-9 को कंटेनमेंट जोन बनाया गया। 

संबंधित क्षेत्र को सील कर लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। सभी आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति जिला प्रशासन मोबाइल वैन के जरिये करेगा। वैन में खरीदारी के लिए भी घर के एक ही सदस्य को अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं।

मंडी में 57 लोगों की सैंपलिंग

मंडी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब नियमित रूप से सैंपलिंग की जा रही है। जिसमें रैपिड और लैब में भेजी जा रही रैंडम सैंपलिंग शामिल हैं। मंडी सचिव ने बताया कि शुक्रवार से यहां सैंपलिंग शुरू हुई है। इसके लिए दो सप्ताह पूर्व पत्र लिखा गया था। इसके अलावा शारीरिक दूरी का अनुपालन कराया जा रहा है। मंडी में अब भीड़ कम हो गई है।

अनुज कुमार (सीओ सदर) का कहना है कि मंडी में पहला केस आने के बाद ही संबंधित ब्लॉक के आढ़तियों  और कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। साथ ही संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को भी चिह्नित कर लिया गया था। शनिवार को संक्रमित मिले लोग पूर्व से ही निगरानी में हैं।

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