Atal Ayushman Uttarakhand Scheme: गोल्डन कार्ड से छूटे लोगों को राहत, व्यक्तिगत आइडी पर भी बनवा पाएंगे कार्ड

अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत गोल्डन कार्ड से छूटे लोग व्यक्तिगत आइडी पर भी कार्ड बनवा पाएंगे। इसे परिवार आइडी ही माना जाएगा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 08:37 AM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 08:59 PM (IST)
Atal Ayushman Uttarakhand Scheme: गोल्डन कार्ड से छूटे लोगों को राहत, व्यक्तिगत आइडी पर भी बनवा पाएंगे कार्ड
Atal Ayushman Uttarakhand Scheme: गोल्डन कार्ड से छूटे लोगों को राहत, व्यक्तिगत आइडी पर भी बनवा पाएंगे कार्ड

देहरादून, जेएनएन। अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत गोल्डन कार्ड से छूटे लोगों को राज्य स्वास्थ्य अभिकरण ने बड़ी राहत दी है। राशन कार्ड, परिवार रजिस्टर की नकल आदि न होने पर वह व्यक्तिगत आइडी पर भी कार्ड बनवा पाएंगे। इसे परिवार आइडी ही माना जाएगा। इनका मिलान बस डाटाबेस से होना चाहिए। राज्य स्वास्थ्य अभिकरण ने इस बावत जनसेवा केंद्रों, आरोग्य मित्रों एवं स्टेट कोआर्डिनेटर को निर्देश जारी कर दिए हैं।

अटल आयुष्मान योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पात्र परिवार एवं उनके सदस्यों की पहचान के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत वर्ष 2014-15 में निर्गत राशन कार्ड डाटाबेस के तहत 23 लाख परिवार, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत 12 लाख परिवार, सामाजिक एवं आर्थिक जाति गणना के अंतर्गत 5 लाख 37 हजार परिवार शामिल हैं। 

यदि लाभार्थी का नाम उक्त चारों कैटेगरी में मिलता है, तो गोल्डन कार्ड के लिए लाभार्थी को परिवार की आइडी उपलब्ध करानी होगी। परिवार आइडी के तौर पर राशन कार्ड, परिवार रजिस्टर की नकल, परिवार को पीएम या सीएम द्वारा लिखा गया पत्र प्रस्तुत करना होगा। यदि किसी के पास ये चारों नहीं है तो फिर उसकी व्यक्तिगत आइडी पर कार्ड बनेगा। इसमें वोटर आइडी, आधार कार्ड, जन्म प्रमाण, स्थाई निवास, पासपोर्ट, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस अर्ह होंगे। 

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यदि आधार के अलावा कोई अन्य व्यक्तिगत आइडी प्रस्तुत की गई है, तब भी गोल्डन कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड को अतिरिक्त रूप से साथ लाना होगा। उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्तिगत आइडी में लाभार्थी के पिता, माता, पति या पत्नी का नाम अंकित होना चाहिए। यह नाम डाटाबेस से मैच करने चाहिए।

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