बर्ड फ्लू से मुर्गी पालकों को घबराने की जरूरत नहीं : रेखा आर्य

पशुपालन एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने कहा कि बर्ड फ्लू से मुर्गी पालकों को घबराने की जरूरत नहीं है। इतना जरूर है कि मुर्गी पालकों को जागरूक रहकर काम करना होगा। एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत विभागीय मंत्री ने की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 08:38 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 08:38 AM (IST)
बर्ड फ्लू से मुर्गी पालकों को घबराने की जरूरत नहीं : रेखा आर्य
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने कहा कि बर्ड फ्लू से मुर्गी पालकों को घबराने की जरूरत नहीं है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। पशुपालन एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने कहा कि बर्ड फ्लू से मुर्गी पालकों को घबराने की जरूरत नहीं है। इतना जरूर है कि मुर्गी पालकों को जागरूक रहकर काम करना होगा। शुक्रवार को आइटीडीएस सभागार में आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत विभागीय मंत्री ने की। इस दौरान निदेशक पशुपालन केके जोशी ने कहा जागरूकता ही बचाव है। इस समय मुर्गी पालकों को मुर्गी पालन करते समय अत्यंत सावधानी बरतने की जरूरत है। इस बात का विशेष ख्याल रखना है कि मुर्गियां बाहरी पक्षियों के संपर्क में न आएं। 

पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार ने बर्ड फ्लू के प्रबंधन और मुर्गियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं उत्तम स्वास्थ्य के विषय में जानकारी दी। एक अन्य वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार ने बर्ड फ्लू के लक्षण, बचाव और प्रसार को रोकने के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कैलाश उनियाल ने किया। इस दौरान लाइव स्टाक डेवलपमेंट बोर्ड के मुख्य अधिशासी अधिकारी डॉ. एमसस नयाल, पशुपालन विभाग के अपर निदेशक डॉ. प्रेम कुमार एवं देहरादून के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एलबी पांडे समेत विभिन्न जनपदों से आए पशुचिकित्सा अधिकारी और बड़ी संख्या में मुर्गीपालक शामिल थे।

ऋषिकेश में आठ डोईवाला में दो परिंदों की मौत

ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में परिंदों की मौत का सिलसिला जारी है। प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद परिंदों की मौत से क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। गुरुवार को ऋषिकेश में आठ और डोईवाला के दूधली में दो परिंदों की मौत हुई। वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश एमएस रावत ने बताया कि एम्स परिसर में चार कौवे, आइडीपीएल में एक, इंदिरा नगर में एक, टीएचडीसी में एक कौआ मृत मिला। जबकि पुष्कर मंदिर के समीप एक कबूतर मृत पाया गया। इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उधर, डोईवाला के दुधली घाटी क्षेत्र में भी गुरुवार को नदी व आबादी वाले आसपास क्षेत्र में दो पक्षी मृत पाए गए हैं। किसान श्रवण सिंह प्रधान ने बताया कि उनके खेत में एक कोयल और एक कौआ मृत मिला। जिसकी सूचना वन अधिकारियों को दे दी गई है।

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