काशीपुर में खोला जाएगा नया सरकारी आवासीय विद्यालय

गरीब बेसहारा कूड़ा बीनने वाले और सपेरों के बच्चों के लिए प्रदेश में सरकारी आवासीय विद्यालय की सुविधा बढ़ाई जाएगी। ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में नया आवासीय विद्यालय खोला जाएगा। इन आवासीय विद्यालयों को अब नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम से जाना जाएगा।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 07:10 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 07:10 AM (IST)
काशीपुर में खोला जाएगा नया सरकारी आवासीय विद्यालय
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि इससे क्षेत्र के अति निर्धन बच्चों को पढ़ाई का अवसर मिलेगा।

राज्य ब्यूरो, देहरादून : गरीब, बेसहारा, कूड़ा बीनने वाले और सपेरों के बच्चों के लिए प्रदेश में सरकारी आवासीय विद्यालय की सुविधा बढ़ाई जाएगी। ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में नया आवासीय विद्यालय खोला जाएगा। इन आवासीय विद्यालयों को अब नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम से जाना जाएगा।

प्रदेश में कमजोर एवं वंचित वर्गों के बच्चों के छह आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है। इनमें तीन देहरादून जिले, दो हरिद्वार जिले और एक ऊधमसिंहनगर जिले में है। ऊधमसिंहनगर जिले में एक और आवासीय विद्यालय प्रस्तावित किया गया है। इन विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है। आवासीय विद्यालय होने की वजह से उनके भोजन, स्कूल ड्रेस और किताबों का बंदोबस्त शिक्षा विभाग की ओर से किया जाता है। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत काशीपुर में आवासीय विद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि इस विद्यालय की स्थापना होने से क्षेत्र के वंचित और अति निर्धन बच्चों को पढ़ाई का अवसर मिलेगा। राज्य सरकार ने समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक कार्ययोजना में इसे शामिल किया है। केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद विद्यालय की स्थापना को आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। केंद्र सरकार की नीति के तहत ही देश और प्रदेश में सरकारी आवासीय विद्यालयों का नाम नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालय किया गया है। इस नामकरण से बच्चों में स्वाभिमान का भाव जगेगा।

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रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण

इसी तरह प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा में अध्ययनरत बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए दिए जाने वाले प्रशिक्षण का नामकरण रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण किया गया है। यह कदम भी केंद्र सरकार की ओर से उठाया गया है। इसके अंतर्गत चालू शैक्षिक सत्र में प्रदेश की 1876 छात्राओं को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें प्रारंभिक शिक्षा की 1588 और माध्यमिक की 288 छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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