नमामि गंगे: मार्च 2019 तक पूरे होंगे 18 प्रोजेक्ट
राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के मद्देनजर नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तराखंड में चल रहे 18 प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के मद्देनजर नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तराखंड में चल रहे 18 प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की ओर से दिल्ली में बुलाई गई रिव्यू मीटिंग में उत्तराखंड की ओर से अपर मुख्य सचिव डॉ.रणवीर सिंह ने सरकार का पक्ष रखते हुए यह जानकारी दी। इन प्रोजेक्ट के तहत उत्तरकाशी से लेकर हरिद्वार तक 31 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण और 57 नालों की टैपिंग होनी है। रिव्यू मीटिंग में भाग लेने के बाद जागरण से बातचीत में अपर मुख्य सचिव डॉ.रणवीर सिंह ने बताया कि बैठक में उत्तराखंड, उप्र और केंद्र सरकार के स्तर से नमामि गंगे परियोजना के साथ ही भूजल की स्थिति व गुणवत्ता को लेकर मंथन हुआ। बैठक में उन्होंने गंगा स्वच्छता को लेकर उठाए गए कदमों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में नमामि गंगे के18 प्रोजेक्ट के तहत 31 एसटीपी के निर्माण और 51 नालों की टैपिंग का कार्य चल रहा है। छह नालों के संबंध में अध्ययन कराया जा रहा है कि इनसे गंदगी जा रही अथवा नहीं। यह कार्य भी जल्द पूरा कर इनके संबंध में निर्णय लिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव के अनुसार यह भी बात आई कि होटल और उद्योग भूजल को दूषित कर रहे हैं, लेकिन यह मसला उप्र से जुड़ा था। जहां तक उत्तराखंड की बात है तो यहां भूजल की मॉनीट¨रग केंद्रीय भूजल बोर्ड करता है। राज्य का अपना भूजल बोर्ड अभी अस्तित्व में नहीं आ पाया है। इस सिलसिले में कवायद चल रही है।