कुमाऊं के ऊधमसिंह नगर जिले के नौ नगरों में भी नमामि गंगे, पढ़िए पूरी खबर

नमामि गंगे कार्यक्रम के बेहतर नतीजों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब कुमाऊं मंडल में भी इसके लिए केंद्र में दस्तक दी है। इस कड़ी में सरकार की ओर से ऊधमसिंहनगर जिले के नौ नगरों में भी नमामि गंगे के तहत एसटीपी के निर्माण के मद्देनजर प्रस्ताव भेजा है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:30 AM (IST)
कुमाऊं के ऊधमसिंह नगर जिले के नौ नगरों में भी नमामि गंगे, पढ़िए पूरी खबर
कुमाऊं के ऊधमसिंहनगर जिले के नौ नगरों में भी नमामि गंगे।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता के लिए केंद्र सरकार के ध्वजवाहक नमामि गंगे कार्यक्रम के प्रदेश में बेहतर नतीजों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब कुमाऊं मंडल में भी इसके लिए केंद्र में दस्तक दी है। इस कड़ी में सरकार की ओर से ऊधमसिंहनगर जिले के नौ नगरों में भी नमामि गंगे के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण और नालों की टैपिंग के मद्देनजर 228 करोड़ की लागत का प्रस्ताव भेजा है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) इसका थर्ड पार्टी परीक्षण करा रहा है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री को पत्र भेजकर इस प्रस्ताव पर जल्द निर्णय लेने का आग्रह किया है।

नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तराखंड में गंगा के उद्गम स्थल गोमुख से लेकर हरिद्वार तक गंगा व उसकी सहायक नदियों के तट पर बसे 15 नगरों में प्राथमिकता के आधार पर एसटीपी व नालों की टैपिंग के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें 131.81 एमएलडी (मिलियन लीटर डेली) क्षमता के 32 एसटीपी में से 129.17 एमएलडी के 31 एसटीपी का कार्य पूरा हो चुका है। इसके साथ ही गंगा में प्रवाहित हो रहे 131 प्रदूषित नालों को इंटरसैप्शन एंड डाइवर्जन (आइएंडडी) के माध्यम से एसटीपी से जोड़कर इनके उपचारित पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जा रहा है। जल प्रदूषण की रोकथाम के साथ ही गंगा तटों पर 21 स्नान घाट बनाए गए हैं। इनमें हरिद्वार में निर्मित भव्य चंडीघाट भी शामिल है। परियोजना के तहत विभिन्न स्थानों पर 23 मोक्ष घाट बनाए गए हैं।

इस पहल के बेहतर नतीजों को देखते हुए सरकार ने कुमाऊं क्षेत्र के नगरों को भी नमामि गंगे परियोजना में शामिल करने की कसरत शुरू की है। इसी कड़ी में ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर, काशीपुर, खटीमा, सितारगंज, किच्छा, जसपुर, बाजपुर, गदरपुर व नानकमत्ता में एसटीपी और नालों की टैपिंग के लिए 228 करोड़ की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई। शासन ने यह मंजूरी के लिए एनएमसीजी को भेजी है।

अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इस संबंध में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा है कि नमामि गंगे के लक्ष्यों को जनमानस तक पहुंचाने की दृष्टि से उक्त योजना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने आग्रह किया है कि ऊधमसिंहनगर जिले के नगरों से संबंधित प्रस्ताव पर शीघ्र निर्णय लेकर आदेश जारी किए जाएं, ताकि इनके क्रियान्वयन की कार्रवाई शुरू की जा सके।

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