सांसद निधि से पूरी होगी राजकीय चिकित्सालय में वेंटिलेटर की आस

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय की कोरोना काल में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती थी लेकिन संसाधनों के अभाव में यह चिकित्सालय पीड़ितों के लिए मरहम नहीं जुटा पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:56 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:56 PM (IST)
सांसद निधि से पूरी होगी राजकीय चिकित्सालय में वेंटिलेटर की आस
सांसद निधि से पूरी होगी राजकीय चिकित्सालय में वेंटिलेटर की आस

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

एसपीएस राजकीय चिकित्सालय की कोरोना काल में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती थी लेकिन संसाधनों के अभाव में यह चिकित्सालय पीड़ितों के लिए मरहम नहीं जुटा पा रहा है। ऐसी स्थिति में क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने चिकित्सालय को पांच वेंटिलेटर उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए टेक्नीशियन का जो भी खर्चा आएगा उसे श्री भरत मंदिर की ओर से गठित ऋषिकेश कोविड फाउंडेशन उठाएगा।

राजकीय चिकित्सालय में एक वर्ष पूर्व तक छह वेंटिलेटर उपलब्ध थे। टेक्नीशियन के अभाव में इनका उपयोगन नहीं हो पा रहा था। जिस पर यह वेंटिलेटर जिला मुख्यालय भेज दिए गए। तत्काल समय में इनके संचालन के लिए टेक्नीशियन की तैनाती को लेकर कोई प्रयास नहीं हुए। वर्तमान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस चिकित्सालय में 20 बेड कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध है। करीब एक सौ बेड खाली है। सामान्य मरीज का उपचार और उन्हें भर्ती किए जाने का कार्य फिलहाल रोका गया है।

एम्स ऋषिकेश सहित आसपास बड़े चिकित्सा संस्थानों में सभी बेड फुल हैं। ऐसे में यहां वेंटिलेटर की मांग बढ़ गई है। इस मामले में नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने क्षेत्रीय सांसद को पत्र लिखकर यहां पांच वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की मांग की। जिस पर संज्ञान लेते हुए सांसद ने इस पर सांसद निधि से सैद्धांतिक सहमति दी है। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देशित किया है।

महापौर ने बताया कि जिलाधिकारी ने शीघ्र ही राजकीय चिकित्सालय को वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की बात कही है। इनके संचालन के लिए टेक्नीशियन की आवश्यकता पड़ेगी। जिसके लिए श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज ने टेक्नीशियन का खर्च उठाने के लिए सहमति दी है। महापौर के साथ महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य, श्री भरत मंदिर स्कूल सोसाइटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा, वरुण शर्मा ने प्रभारी मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. एमपी सिंह से मुलाकात कर उन्हें इन इस संबंध में अवगत कराया। इस मामले में प्रभारी सीएमएस ने वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. उत्तम खरोला को नोडल अधिकारी बनाया है।

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