20 से काली पट्टी बांध काम करेंगे मिनिस्टीरियल कार्मिक, ऐसे चलेगा आंदोलन
उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने मिनिस्टीरियल कार्मिकों की समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन का एलान किया है। इस क्रम में एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि 20 मार्च से प्रदेशभर के मिनिस्टीरियल कार्मिक काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने मिनिस्टीरियल कार्मिकों की समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन का एलान किया है। इस क्रम में एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि 20 मार्च से प्रदेशभर के मिनिस्टीरियल कार्मिक काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे।
एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल ने सोमवार को प्रेस बयान जारी कर कहा कि मिनिस्टीरियल कार्मिक लंबे समय से 21 सूत्रीय मांगों के समाधान की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन हर बार सरकार ने उन्हें निराश किया। इसके उलट नौ नवंबर 2020 को अधिसूचना जारी कर दी गई कि मिनिस्टीरियल कार्मिकों को 10, 16 व 26 वर्ष की सेवा पर दी जा रही एसीपी का लाभ बंद करने का निर्णय लिया गया है।
इतना ही नहीं, कार्मिकों को भुगतान की गई धनराशि की वसूली के आदेश भी दिए गए हैं, जो अन्याय है। इस संबंध में बीती 27 फरवरी को फेडरेशन की बैठक संघ भवन में आयोजित की गई थी। बैठक में प्रदेशभर से उपस्थित पदाधिकारियों ने उनकी लंबित मांगों का निराकरण नहीं होने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। जिसके बाद सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
ऐसे चलेगा आंदोलन
-20 से 31 मार्च तक प्रदेश के समस्त मिनिस्टीरियल कार्मिक काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे।
-पांच से आठ अप्रैल तक समस्त मिनिस्टीरियल कार्मिक सुबह दस बजे से हस्ताक्षर पंजिका में हस्ताक्षर करने के बाद दो घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे।
-12 अप्रैल को सभी जनपद मुख्यालयों में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन होगा।
-इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गईं तो 13 अप्रैल को प्रांतीय बैठक में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की जाएगी।
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