राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा- सभी जिलों में बाल कल्याण समिति का हो गठन

महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने सभी जिलों में बाल कल्याण समिति और जस्टिस जुविनाइल (जेजे) बोर्ड का गठन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी जिलों के ऐसे बच्चों का भी विवरण तलब किया है जिनके मां-बाप कोरोना के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 09:36 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:36 AM (IST)
राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा- सभी जिलों में बाल कल्याण समिति का हो गठन
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, देहरादून। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने सभी जिलों में बाल कल्याण समिति (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) और जस्टिस जुविनाइल (जेजे) बोर्ड का गठन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी जिलों के ऐसे बच्चों का भी विवरण तलब किया है, जिनके मां-बाप कोरोना के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। गुरुवार को महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने वर्चुअल माध्यम से कोरोना के दृष्टिगत विभागीय तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से सभी जिलों के नारी निकेतन, बाल संप्रेषण गृह व शिशु सदनों में कोरोना से बचाव की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में मास्क, सैनिटाइजर, थर्मामीटर और आक्सीमीटर रखे जाएं। 

उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक कर्मचारियों के पूर्ण वैक्सीनेशन, 18 से 44 आयुवर्ग के सभी सरकारी व गैरसरकारी कर्मचारियों और जो लोग इन संस्थानों में रहते हैं, उन्हें वैक्सीन लगाने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र भेजा जा रहा है। उन्होंने महिला कल्याण निदेशक व सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन बच्चों के माता-पिता कोरोना महामारी के कारण गुजर चुके हैं, उनका पूरा विवरण एकत्र किया जाए और ऐसे बच्चों के देखभाल की व्यवस्था की जाए। 

विभागीय मंत्री ने कहा कि इन संस्थानों में रह रहे बच्चों व युवाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इसी के अनुरूप भोजन दिया जाए ताकि वे संक्रमित होने से बच सकें। उन्होंने सभी संस्थाओं में आक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था रखने, सीसी कैमरों से इनकी निगरानी और जरूरत पडऩे पर औचक निरीक्षण के भी निर्देश दिए। बैठक में सचिव हरिचंद्र सेमवाल, निदेशक योगेंद्र यादव व अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें-राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा- 50 हजार महिलाओं को मिलेगा महालक्ष्मी सुरक्षा कवच

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी