राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा- सुरकंडा में हेलीकाप्टर से भेजे जाएंगे डाप्लर राडार के उपकरण

मौसम के सटीक पूर्वानुमान के मद्देनजर सुरकंडा में स्थापित किए जा रहे डाप्लर राडार के उपकरण हेलीकाप्टर से कार्यस्थल पर पहुंचाए जाएंगे। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 12:17 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 12:17 PM (IST)
राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा- सुरकंडा में हेलीकाप्टर से भेजे जाएंगे डाप्लर राडार के उपकरण
आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत।

राज्य ब्यूरो देहरादून। मौसम के सटीक पूर्वानुमान के मद्देनजर सुरकंडा में स्थापित किए जा रहे डाप्लर राडार के उपकरण हेलीकाप्टर से कार्यस्थल पर पहुंचाए जाएंगे। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुरकंडा में डाप्लर राडार के लिए स्टेशन का बेस तैयार हो चुका है। वहां उपकरण हेलीकाप्टर से पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

डा रावत ने कहा कि समूचा उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है। आपदा की चुनौती को देखते हुए प्रदेश में मजबूत आपदा प्रबंधन तंत्र की जरूरत है। इसके लिए राज्य स्तर पर सबसे पहले आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास का विभागीय ढांचा तैयार किया जाएगा। इससे संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट में लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। राज्य के साथ ही जिला और ब्लाक स्तर पर आपदा प्रबंधन का मजबूत ढांचा स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान जानमाल के जोखिम को कम करने लिए जिला स्तर पर आइआरएस-डीएसएस सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे आपदा के समय सूचनाओं के आदान-प्रदान और मानीटरिंग में आसानी रहेगी। आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्रों को इसका अधिक लाभ मिलेगा और वहां आपदा से पहले ही अलर्ट किया जा सकेगा।

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास एसए मुरुगेशन ने बताया कि आपदा के मद्देनजर जल्द ही एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, दूरसंचार, जल संस्थान-जल निगम, ऊर्जा निगम के विभागाध्यक्षों की बैठक कर राज्य व जिला स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। बैठक में अपर सचिव साबिन बंसल, डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

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