सहकारिता राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत बोले, एक ही रंग में नजर आएंगे सहकारिता के भवन
आने वाले दिनों में सहकारिता विभाग के सभी भवन नई पहचान के साथ एक ही रंग में नजर आएंगे। बहुद्देश्यीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समितियों से लेकर जिला व राज्य सहकारी बैंक और सहकारिता के अन्य भवनों के लिए रंग का निर्धारण करने को कमेटी गठित की गई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में सहकारिता के सशक्तीकरण में जुटी राज्य सरकार के प्रयास परवान चढ़े तो आने वाले दिनों में सहकारिता विभाग के सभी भवन नई पहचान के साथ एक ही रंग में नजर आएंगे। बहुद्देश्यीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समितियों से लेकर जिला व राज्य सहकारी बैंक और सहकारिता के अन्य भवनों के लिए रंग का निर्धारण करने को कमेटी गठित की गई है। सहकारिता राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने बुधवार को विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।
डा रावत ने कहा कि यह कमेटी मार्च के पहले हफ्ते तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके आधार पर सहकारिता के भवनों के लिए रंग का निर्धारण किया जाएगा और फिर ये सभी एक ही रंग में नजर आएंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि बहुद्देश्यीय समितियों के कंप्यूटरीकरण का कार्य चल रहा है, ताकि इनके जरिये बेहतर सुविधाएं किसानों और जनसामान्य को मिल सकें। इसके अलावा प्रदेश में जिला सहकारी बैंकों की 72 नई शाखाएं भी आगामी वित्तीय वर्ष में खोलने का निर्णय लिया गया है। इनमें एटीएम समेत अन्य सुविधाएं भी ग्राहकों को उपलब्ध कराई जाएंगी।
सड़कों पर न लड़ें विपक्ष के नेता
राज्य में युवा आयोग समेत अन्य आयोगों पर विपक्ष की ओर से सवाल उठाने के बारे में पूछे जाने डा रावत ने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर विपक्ष को कुछ तो कहना ही है। कांग्रेस का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि आज हालत ये कि विपक्ष खुद आपस में ही लड़ रहा है। साथ ही जोड़ा कि ये विपक्ष का अंदरूनी मामला है, मगर मेरा सुझाव है कि विपक्ष सड़कों पर न लड़े। एक अन्य प्रश्न पर उन्होंने कहा कि पूर्व में जब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया था, तब वह चेहरा दो जगह चुनाव हार गया था। कांग्रेस किसी को भी चेहरा बनाए, यह उसका अंदरूनी विषय है।
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