लाइसेंस शुल्क के विरुद्ध व्यापारियों ने तीन फरवरी को दून बंद की दी चेतावनी

लाइसेंस शुल्क के विरुद्ध व्यापारियों ने आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। व्यापारियों ने बैठक कर तीन फरवरी को देहरादून बंद की चेतावनी दी है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 27 Jan 2020 11:55 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jan 2020 03:23 PM (IST)
लाइसेंस शुल्क के विरुद्ध व्यापारियों ने तीन फरवरी को दून बंद की दी चेतावनी
लाइसेंस शुल्क के विरुद्ध व्यापारियों ने तीन फरवरी को दून बंद की दी चेतावनी

देहरादून, जेएनएन। नगर निगम की ओर से 111 तरह के व्यापार पर लगाए लाइसेंस शुल्क के विरुद्ध व्यापारियों ने आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। व्यापारियों ने बैठक कर तीन फरवरी को देहरादून बंद की चेतावनी दी है। इससे पूर्व व्यापारी सोमवार को नगर निगम में महापौर सुनील उनियाल गामा से भी मुलाकात करेंगे और वहां से राहत नहीं मिली तो बाजार बंद किया जाएगा।

लाइसेंस शुल्क के विरोध में शनिवार को दून उद्योग व्यापार मंडल की गीता भवन में बैठक हुई। अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि निगम की लाइसेंस शुल्क की प्रस्तावित नीति का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। महामंत्री सुनील मैसोन ने कहा कि व्यापारी गत दिनों अपनी आपत्ति जताने नगर आयुक्त के पास गए तो उनका कहना था कि मसला सरकार के पास है। नगर निगम इसमें कुछ नहीं कर सकता। यह लागू होकर ही रहेगा। व्यापारी डीडी अरोड़ा एवं बृजलाल ने कहा कि नगर निगम पहले ही भवन कर की दरें बढ़ा चुका है। ऐसे में नए कर थोपकर शहर के हर वर्ग को परेशान किया जा रहा।

बड़ी संख्या में व्यापारियों का कहना था कि जब जीएसटी लगाया गया तब सरकार ने बताया कि सभी प्रकार के टैक्स इसमें शामिल कर लिए गए हैं, मगर अब तरह-तरह के टैक्स व्यापारियों पर लगाए जा रहे हैं। व्यापारियों की कमर मंदी से पहले ही टूटी हुई है, ऐसे में लाइसेंस शुल्क आग में घी का काम कर रहा है। राजपुर रोड के व्यापारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि लाइसेंस शुल्क किसी सूरत में नहीं लगने दिया जाएगा।

पलटन बाजार से आए विजय कोहली ने कहा कि वकीलों से लाइसेंस शुल्क वापस ले लिया गया है तो फिर व्यापारी को ही क्यों परेशान किया जा रहा है। हाथीबड़कला व्यापार मंडल से आए कुंवर पियूष मौर्या ने कहा कि व्यापार के लिए व्यापारी सरकार से सभी प्रकार के लाइसेंस एवं टैक्स चुका रहे हैं तो फिर नया शुल्क क्यों दिया जाए। अब यह नया टैक्स क्यों दिया जाए। व्यापारियों ने एक स्वर में सड़क पर उतरकर आंदोलन की बात कही।

उक्रांद भी विरोध में उतरा

लाइसेंस शुल्क व भवन कर में की जा रही वृद्धि के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) भी उतर आया है। इसके खिलाफ शनिवार को उक्रांद महानगर इकाई से जुड़े कार्यकताओं ने नगर निगम में प्रदर्शन किया और नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। उक्रांद नेताओं ने कहा कि जनता पहले ही महंगाई की मार झेल रही और व्यापारी मंदी से जूझ रहे हैं। ऐसे में लाइसेंस शुल्क लगाना न्याय संगत नही है। इसका असर जनता पर सीधे पड़ेगा। लाइसेंस शुल्क व हाउस टैक्स वृद्धि वापस लेने की मांग की गई।

नगर आयुक्त से महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी ने कहा कि व्यापारी वर्ग पहले से जीएसटी व अन्य प्रकार के टैक्स के बोझ तले दबा हुआ है। ऐसे में निगम द्वारा छोटे-बड़े 111 प्रकार के व्यवसाय पर लाइसेंस शुल्क लगाए जा रहे हैं। इससे व्यापारियों की कमर टूट जाएगी। स्व. इंद्रमणि बडोनी के नाम पर अजबपुर में बने पार्क की दुर्दशा का मामला भी उठाया गया। प्रदर्शन करने वालों में लताफत हुसैन, विजय बौड़ाई, इमरान अहमद, संजीव शर्मा समेत जितेंद्र डंगवाल आदि शामिल रहे।

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दवा व्यापारी भी आए विरोध में

लाइसेंस शुल्क के विरुद्ध शनिवार को होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन व केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भी उतर आए। निगम में प्रदर्शन कर लाइसेंस शुल्क वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही इंडियन डेंटल एसोसिएशन ने भी नगर आयुक्त से मुलाकात कर प्रस्तावित लाइसेंस शुल्क का विरोध किया। एसोसिएशन के सचिव डा. विश्वजीत पाहवा ने बताया कि डाक्टरों पर इस तरह का शुल्क लगाना उचित नहीं है।

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