देवभूमि गौरक्षा दल के सदस्यों ने पेश की मिसाल, संक्रमित के शव को कंधा देकर निभाया मानव धर्म

लोग संक्रमण की चपेट में आए अपनों के शव को कंधा देने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे तब कुछ लोग बिना मांगे मदद का हाथ बढ़ाकर मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। ऐसी ही मिसाल पेश की है देवभूमि गौरक्षा दल के सदस्यों ने।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 08:35 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 08:35 AM (IST)
देवभूमि गौरक्षा दल के सदस्यों ने पेश की मिसाल, संक्रमित के शव को कंधा देकर निभाया मानव धर्म
रायपुर स्थित कोविड श्मशान घाट में कोरोना संक्रमित के शव दाह में मदद करते देवभूमि गौरक्षा दल के सदस्‍य।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना के खौफ में जब लोग संक्रमण की चपेट में आए अपनों के शव को कंधा देने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे, तब कुछ लोग बिना मांगे मदद का हाथ बढ़ाकर मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। ऐसी ही मिसाल पेश की है देवभूमि गौरक्षा दल के सदस्यों ने। दल के सदस्यों ने दून अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला की मृत्यु के बाद उसके शव को न सिर्फ रायपुर स्थित श्मशान घाट पहुंचाया बल्कि अंतिम संस्कार भी किया।

गुरुवार को सुबह दून अस्पताल में कोरोना संक्रमित एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई। अस्पताल की तरफ से इसकी सूचना महिला के स्वजनों को दी गई। हालांकि, महिला का एक स्वजन ही मौके पर पहुंचा। अस्पताल की तरफ से महिला का शव उसे सौंप दिया गया। अब दिक्कत थी शव को श्मशान घाट तक ले जाने और अंतिम संस्कार करने की। जो अकेले कर पाना संभव नहीं था। मृतक महिला के स्वजन ने इसके लिए काफी कोशिश की, मगर चार लोग भी एकत्र नहीं हुए, जो महिला की अंतिम यात्रा को कंधा देते। जब यह सूचना देवभूमि गौरक्षा दल के सदस्य विकास सुंदरियाल को मिली तो वह तत्काल अपने साथियों सुमित राठी, अंकित सेमवाल और सौरभ उनियाल के साथ दून अस्पताल पहुंच गए।

विकास ने बताया कि वह और उनके साथी पीपीई किट पहनकर महिला के शव को एंबुलेंस से रायपुर स्थित कोविड श्मशान घाट ले गए। वहां कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार किया गया। देवभूमि गौरक्षा दल का यह सराहनीय कार्य दिनभर इंटरनेट मीडिया पर वायरल होता रहा। कई लोग उनके इस कार्य से समाज को सीख लेने की नसीहत देते नजर आए।

कोविड केयर सेंटर के लिए दे देंगे बैंक्वेट हॉल, सीएम को भेजा पत्रकोरोना संक्रमण को बढ़ते देख जरूरतमंदों की मदद को लगातार हाथ बढ़ रहे हैं। मांडूवाला के नौगांव स्थित रिद्धि-सिद्धि बैंक्वेट हॉल के संचालक ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र भेजकर बैंक्वेट हॉल को अस्थायी कोविड केयर सेंटर बनाने की पेशकश की है। गुरुवार को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बैंक्वेट हॉल के संचालक अनिल चड्ढा ने कहा कि कोरोना संक्रमितों को बेड न मिलने से तीमारदार परेशान हैं। ऐसे में उनके बैंक्वेट हॉल को कोविड केयर सेंटर या क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उनके बैंक्वेट हॉल में तीन सौ बेड लगाए जा सकते हैं। यदि सरकार ऑक्सीजन बेड व अन्य उपकरण उपलब्ध करवा दे तो वह इसके संचालन के लिए तैयार हैं। बिजली, पानी की सुविधा बैंक्वेट हॉल की ओर से रहेगी। उन्होंने बताया कि बीते सप्ताह उन्होंने जिलाधिकारी को भी इस संबंध में पत्र लिखा था, लेकिन कोई जवाब न मिलने के कारण अब मुख्यमंत्री से आग्रह किया है। बताया कि दूर-दराज से आने वाले तीमारदार के लिए बैंक्वेट हॉल का स्टाफ खाना तैयार कर उपलब्ध कराएगा।

70 व्यक्तियों को बांटी राशन किट

सामाजिक कार्यकर्त्‍ता मनीष गोनियाल की ओर से मसूरी के हुसैनगंज तथा टिहरी बस स्टेंड के नजदीक झुग्गी झोंपड़यों में रहने वाले लगभग 70 व्यक्तियों को राशन किट वितरित की गई। गोनियाल ने बताया कि किट में पांच किलो आटा, पांच किलो चावल, चीनी, दाल, तेल व नमक रखा गया है। कहा कि चुनाव के दौरान लोग शराब व दावतों में अथाह रुपये खर्च करते हैं, लेकिन आज इस आपदा की घड़ी में ऐसे लोग नदारद हैं। कहा कि वे जरूरतमंदों के लिए इस कोरोनाकाल में सहायता जारी रखेंगे।

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