आयुर्वेद और पंचकर्म के नाम पर चल रहा 'मसाज' का खेल, अब भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड करेगा कार्रवाई
कई स्पा सेंटर आयुर्वेद और पंचकर्म के नाम पर खेल कर रहे हैं। यहां प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति पंचकर्म की आड़ में मसाज का धंधा चलाया रहा है। अब भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड इन पर कार्रवाई करने जा रहा है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में कई स्पा सेंटर आयुर्वेद और पंचकर्म के नाम पर खेल कर रहे हैं। यहां प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति पंचकर्म की आड़ में 'मसाज' का धंधा चलाया रहा है। अब भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड इन पर कार्रवाई करने जा रहा है। पुलिस-प्रशासन की मदद से ऐसे केंद्रों के खिलाफ जल्द अभियान चलाया जाएगा। परिषद के अध्यक्ष डॉ. दर्शन शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद व पंचकर्म की प्रसिद्धि आज देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है।
खासकर उत्तराखंड इस क्षेत्र में चिकित्सा पर्यटन का केंद्र बना है। पर देखने में आया है कि आयुर्वेद व पंचकर्म के नाम पर कुछ स्पा सेंटर भी संचालित किए जाने लगे हैं, जबकि आयुर्वेद, पंचकर्म, स्पा, योग और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्रों के मानक तय हैं। इसके तहत वहां परामर्श कक्ष, प्रतीक्षालय, पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग पंचकर्म कक्ष, रसोईघर, स्नानघर और शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए।
इसके साथ ही पंजीकृत आयुर्वेदिक चिकित्सक, महिला-पुरुष पंचकर्म सहायक व पंचकर्म अटेंडेंट, स्वागती व सफाईकर्मी का मानक तय हैं। मानक निर्धारित करने के बाद परिषदीय टीम ने देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार आदि शहरों में जांच भी की थी। जिन केंद्रों में गड़बड़ी मिली, उन्हें सख्त चेतावनी दी गई थी। विशेषकर क्रॉस मसाज को पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया था। मगर अब भी कई जगह मानकों की अनदेखी का जा रही है।
इसके साथ ही पंचकर्म के नाम पर मसाज सेंटर चलाए जा रहे हैं, जिसकी आड़ में अनैतिक कार्यों से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। देवभूमि में इस तरह के कृत्य अक्षम्य हैं। यदि कोई स्पा सेंटर इस प्रकार के कार्य करता है और निर्धारित मानकों को पूर्ण नहीं करता है तो पुलिस-प्रशासन के सहयोग से उस पर कार्रवाई की जाएगी।
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