सीएम दरबार में पहुंचा नैनीताल के सरना गांव में भूमि खरीद का मामला, उच्च स्तरीय जांच की मांग

सरना गांव में अनुसूचित जाति के व्यक्तियों से भूमि खरीद का मामला अब मुख्यमंत्री दरबार में पहुंच गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात में भाजपा नेता एवं पूर्व दायित्वधारी अजेंद्र अजय ने इस प्रकरण की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 02:05 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 02:05 PM (IST)
सीएम दरबार में पहुंचा नैनीताल के सरना गांव में भूमि खरीद का मामला, उच्च स्तरीय जांच की मांग
सीएम दरबार में पहुंचा नैनीताल के सरना गांव में भूमि खरीद का मामला।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। नैनीताल जिले की धारी तहसील के सरना गांव में अनुसूचित जाति के व्यक्तियों से भूमि खरीद का मामला अब मुख्यमंत्री दरबार में पहुंच गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात में भाजपा नेता एवं पूर्व दायित्वधारी अजेंद्र अजय ने इस प्रकरण की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि एक समुदाय विशेष के व्यक्तियों ने सरना गांव में अनुसूचित जाति के स्थानीय निवासियों को डरा-धमकाकर और लालच देकर उनकी भूमि कौड़ियों के भाव खरीदी है। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई गई है।

भाजपा नेता अजेंद्र के अनुसार उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पिछले माह 21 व 22 सितंबर को सरना गांव में एक साथ 13 व्यक्तियों द्वारा भूमि की रजिस्ट्री कराई गई। यह भूमि अनुसूचित जाति के व्यक्तियों की है और इसे खरीदने वाले अलीगढ़, संभल समेत अन्य स्थानों के एक समुदाय विशेष के हैं।

उन्होंने बताया कि भूमि विक्रय करने वाले कुछ व्यक्तियों की पत्नियों ने धारी के उपजिलाधिकारी को इस बारे में शिकायत भी की है। शिकायत में महिलाओं ने बताया है कि उनके पतियों द्वारा अपनी भूमि के पंजीकृत बैनामे कर दिए गए हैं, जिसका प्रतिकूल प्रभाव उनके परिवार पर पड़ रहा है। उनकी यह भी शिकायत है कि इस भूमि पर बैंक से ऋण भी लिया गया है।

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भाजपा नेता अजेंद्र ने बताया कि जो भूमि बेची गई है, उसमें सह खातेदार भी हैं। एक सह खातेदार ने इस सिलसिले में धारी के तहसीलदार के न्यायालय में वाद दायर किया है। उन्होंने कहा कि यह भूमि बाजार भाव के विपरीत कौड़ियों के भाव खरीदी गई है। खरीदारों ने लेन-देन नकद किया है। इससे संदेह पैदा हो रहा है कि किसी एक व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा यह बेनामी संपत्ति खरीदी जा रही है। अजेंद्र के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रकरण की जांच कराने का आश्वासन दिया है।

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