पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा और पत्नी ने किया सरेंडर, भाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार जानें- पूरा मामला

देहरादून में पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा और उनकी पत्नी ने कोर्ट में सरेंडर कर लिया है जबकि उसके भाई को पुलिस ने कोर्ट के बाहर से किया गिरफ्तार किया है। फिलहाल तीनों को जेल भेज दिया गया है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 01:49 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 09:31 PM (IST)
पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा और पत्नी ने किया सरेंडर, भाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार जानें- पूरा मामला
पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा आज कर सकता है सरेंडर, कोर्ट ने दिए थे ये आदेश।

जागरण संवाददाता, देहरादून।  धोखाधड़ी के मामले में आरोपित पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा और उसकी पत्नी नीतू वर्मा ने शनिवार को अदालत में समर्पण कर दिया। जबकि आरोपित के भाई संजीव वर्मा को पुलिस ने अदालत परिसर से गिरफ्तार कर लिया। तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। सुभारती ट्रस्ट के ट्रस्टी की शिकायत पर मनीष वर्मा, उनकी पत्नी व भाई के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था।

14 मार्च, 2012 को सुभारती ट्रस्ट न्यासी डा. अतुल कृष्ण ने थाना कैंट में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया कि मनीष वर्मा, उसकी पत्नी नीतू वर्मा व भाई संजीव वर्मा ने अपनी 100 बीघा जमीन के जाली दस्तावेज दिखाकर रकम हड़प ली। जब उन्होंने जमीन के दस्तावेजों की जांच करवाई गई तो वह जाली पाए गए। इसके बाद तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र एसीजेएम तृतीय की अदालत में दाखिल किया गया।

आरोपितों के पेशी पर न आने के चलते पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय ने उत्तराखंड सरकार को आदेश दिए कि पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा उसकी पत्नी नीतू व भाई संजीव के खिलाफ एक सप्ताह में एसीजेएम तृतीय, देहरादून के न्यायालय में तीनों की जमानत खारिज करने के लिए आवेदन करे। इस पर 16 अगस्त को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने तीनों की जमानत रद करते हुए गैर जमानती वारंट जारी किए थे। 24 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने तीनों आरोपितों को दो दिन के अंदर ट्रायल कोर्ट में सरेंडर करने के आदेश दिए थे। इसके बाद मनीष वर्मा और नीतू वर्मा शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे, लेकिन आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट न लाने के कारण कोर्ट ने उन्हें वापस भेज दिया था। शनिवार को रिपोर्ट के साथ पहुंचे मनीष वर्मा और पत्नी नीतू वर्मा ने सरेंडर कर दिया। तीसरे आरोपित संजीव वर्मा को कोर्ट के बाहर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

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