सुपर स्पेशलिटी के लिए अलग पहचान बनाए एम्स ऋषिकेश: मंडाविया

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री भारत सरकार मनसुख मंडाविया ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 22 स्पेशलिटी में एम्स ऋषिकेश किसी एक में अलग पहचान हासिल करें।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 03:01 AM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 03:12 PM (IST)
सुपर स्पेशलिटी के लिए अलग पहचान बनाए एम्स ऋषिकेश: मंडाविया
सुपर स्पेशलिटी के लिए अलग पहचान बनाए एम्स ऋषिकेश: मंडाविया

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री भारत सरकार मनसुख मंडाविया ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 22 स्पेशलिटी में एम्स ऋषिकेश किसी एक में अलग पहचान हासिल करें। उन्होंने कहा कि दिल्ली एम्स और पीजीआइ चंडीगढ़ का भार कम करने के लिए एम्स ऋषिकेश में तमाम सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को प्रधानमंत्री की यहां से रवानगी के बाद एम्स के अधिकारियों के साथ संस्थान की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान करीब एक घंटा प्रोजेक्टर के माध्यम से एम्स की अब तक की उपलब्धियों के प्रस्तुतीकरण को देखा। इस दौरान उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के साथ राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में बात की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हर जनपद के लिए अलग बजट का प्रविधान किया है। हम यह चाहते हैं कि ऋषिकेश एम्स सुपर स्पेशलिटी के लिए अपनी अलग पहचान बनाए। यह सब एक वर्ष के भीतर पूर्ण हो जाए तो बेहतर है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स सिर्फ बाहर से रेफर किए गए मरीजों के उपचार के क्षेत्र में और प्रगति करें। यहां रेफरल और नान रेफरल मरीजों को पृथक किए जाने की जरूरत है। इनके लिए प्राथमिकता तय होनी चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड के स्थानीय नागरिकों को उपचार में सुविधा मिले इसके लिए एम्स प्रशासन को बेहतर कार्य करने के लिए कहा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने करीब डेढ़ घंटा एम्स के विभिन्न निकायों का निरीक्षण किया। उन्होंने रोबोटिक शिक्षा प्रणाली प्रदान करने वाली स्किल लैब का निरीक्षण किया और इससे वह काफी प्रभावित हुए। उन्होंने नवजात शिशुओं के लिए तैयार आइसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त आपरेशन थिएटर फ्लोर और नए लगे आक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। इस दौरान एम्स के निदेशक प्रो. अरविद राजवंशी, डीन एकेडमिक डा. मनोज कुमार गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक डा. अश्वनी दलाल, डा. लतिका मोहन, नोडल अधिकारी डा. मधुर उनियाल, डा. रवि, विधि अधिकारी प्रदीप कुमार पांडे, आदि मौजूद रहे।

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