तिमली रेंज में 50 तालाबों से बुझेगी वन्य जीवों की प्यास

विकासनगर गर्मी के मौसम में वन्य जीव पानी के लिए जंगल से निकल कर आबादी क्षेत्र की ओर न जाएं इसके लिए कालसी वन प्रभाग रेंज के जंगल में 50 तालाब तैयार कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 01:10 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 01:10 AM (IST)
तिमली रेंज में 50 तालाबों से बुझेगी वन्य जीवों की प्यास
तिमली रेंज में 50 तालाबों से बुझेगी वन्य जीवों की प्यास

संवाद सहयोगी, विकासनगर: गर्मी के मौसम में वन्य जीव पानी के लिए जंगल से निकल कर आबादी क्षेत्र की ओर न आएं इसके लिए कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज में मौजूद तालाबों की संख्या बढ़ाई जा रही है। वन्यजीवों के लिहाज से तिमली रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र काफी संपन्न है। नए तालाब बनाकर तिमली रेंज के जंगल में पीने के पानी की व्यवस्था व्यापक स्तर पर की जा रही है। तिमली रेंजर की मानें तो इस बार 50 तालाब वन्यजीवों की प्यास बुझाएंगे।

कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज का जंगल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद से लेकर हिमाचल प्रदेश और देहरादून की सीमा तक फैला हुआ है। आरक्षित वन क्षेत्र में गुलदार, सांभर, हिरण, सांप, चीतल, हाथी समेत अनेक वन्यजीव बहुतायत में हैं। कई साल पहले जंगल में बाघ दिखाई देने पर नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे लगाए थे, लेकिन विभाग को बाघ के जंगल में होने के प्रमाण नहीं मिले थे। गर्मी में रेंज टीम की सबसे बड़ी परेशानी वन्यजीवों को जंगल से आबादी क्षेत्र में जाने से रोकने की रहती है, जिसके लिए तिमली रेंज जंगल के अंदर ही पानी की पर्याप्त उपलब्धता को नए तालाब भी बनाए जा रहे हैं। तिमली रेंजर पूजा रावल का कहना है कि फिल्हाल रेंज के जंगल में प्राकृतिक और विभाग की ओर से बनाए गए अनेक तालाब हैं, जिनकी संख्या अब बढ़ाई जा रही है। गर्मी का मौसम देखते हुए सभी तालाबों को ठीक कराकर पानी से लबालब कर दिया गया है। हाथी और अन्य वन्यजीव आबादी की ओर न जाएं, इसके लिए वन विभाग की रात दिन गश्त भी चल रही है।

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तिमली वन रेंज का जंगल फैला है 9930 हेक्टेयर में

विकासनगर: कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज के जंगल का क्षेत्रफल 9930 हेक्टेयर है। जंगल के क्षेत्रफल को देखते हुए इसे 13 बीट धौला, कुल्हाल, मटकमाजरी, आदुवाला, शाहपुर कल्याणपुर, दर्रारीट, तिमली, जॉनसन, सभावाला, चिडिभेली, धर्मावाला, मेदनीपुर, माजरी-जाटोवाला में बांटा गया है। वन्यजीवों के हिसाब से तिमली जंगल को बेहद धनी माना जाता है। वन्यजीवों की बात की जाए तो यहां हिरन प्रजाति के सांभर, चीतल, काकड, बारहसिघा, घुरड़ के अलावा गुलदार, नील गाय, जंगली सुअर बड़ी संख्या में मौजूद हैं। वहीं जंगल में एक या दो हाथियों की उपस्थिति भी हमेशा रही है। परंतु इस समय में 12 हाथियों का झुंड पिछले एक साल से जंगल में विचरण कर रहा है।

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