रमजान शुरु होने के साथ ही तरावीह में कोरोना के खात्मे को उठे हाथ
चांद का दीदार मंगलवार को होने के साथ ही माह-ए-रमजान की शुरुआत हो गई। बुधवार को मोमिनों ने पहला रोजा रखा। रात को मस्जिदों में तरावीह में रोजेदारों ने कोरोना के खात्मे की दुआ मांगी। हालांकि कोरोना के चलते कई मोमिनों ने मस्जिद के बजाय घर पर ही नमाज पढ़ी।
जागरण संवाददाता, देहरादून: चांद का दीदार मंगलवार को होने के साथ ही माह-ए-रमजान की शुरुआत हो गई। बुधवार को मोमिनों ने पहला रोजा रखा। रात को मस्जिदों में तरावीह में रोजेदारों ने कोरोना के खात्मे की दुआ मांगी। हालांकि, कोरोना के चलते कई मोमिनों ने मस्जिद के बजाय घर पर ही नमाज पढ़ी।
बुधवार सुबह सुर्योदय से भूखे-प्यासे रोजेदारों ने शाम सूर्यास्त के बाद रात आठ बजे बाद मस्जिद पहुंच कर तरावीह में देश की खुशहाली की दुआ मांगी। वहीं महिलाओं ने घर पर ही इबादत की। उलेमाओं ने मोमिनों से कोरोना की गाइडलाइन का पूरा पालन करने की अपील की है। शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने रमजान में मस्जिदों में होने वाली तरावीह के बाद रोजेदारों से सीधे घर जाने की अपील की। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच शुरू हुए रमजान महीने को लेकर रोजेदार भी अपनी तरफ से सावधानी बरत रहे हैं। मस्जिदों में पिछले सालों के मुकाबले सीमित संख्या में ही लोग इबादत को पहुंच रहे हैं। वहीं लोग एक दूसरे से मिलने की बजाय फोन पर कॉल, मैसेज और वीडियो कॉल के जरिये एक दूसरे को रमजान की मुबारकबाद दे रहे हैं।
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मुकद्दस रमजान
गुरुवार: १५ अप्रैल
ज्वक्त-ए-इफ्तार
ज्शाम: ६:४७ (सुन्नी)
ज्शाम: ०६:५५ (शिया)
शुक्रवार: १६ अप्रैल
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खत्म-ए-सहरी
ज्सुबह: ०४:१८ (शिया)
ज्सुबह: ०४:२४ (सुन्नी)
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