हरिद्वार: मध्यप्रदेश में होगा योग आयोग का गठन, योग शिक्षा को चलाया जाएगा अभियान, जानिए और क्‍या बोले सीएम शिवराज सिंह चौहान

पतंजलि योगपीठ में वैश्विक चुनौतियों का सनातन समाधान-एकात्म बोध विषय पर गुरुवार को आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 75 करोड़ सूर्य नमस्कार संकल्प कार्यक्रम की वेबसाइट का लोकार्पण किया।उन्होंने कहा कि योग की शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश में अभियान चलाया जाएगा।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 10:51 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 11:14 PM (IST)
हरिद्वार: मध्यप्रदेश में होगा योग आयोग का गठन, योग शिक्षा को चलाया जाएगा अभियान, जानिए और क्‍या बोले सीएम शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 75 करोड़ सूर्य नमस्कार संकल्प कार्यक्रम की वेबसाइट का लोकार्पण किया।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पतंजलि योगपीठ में 'वैश्विक चुनौतियों का सनातन समाधान-एकात्म बोध' विषय पर गुरुवार को आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 75 करोड़ सूर्य नमस्कार संकल्प कार्यक्रम की वेबसाइट का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि योग की शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश में अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने मध्य प्रदेश में योग आयोग का गठन करने की भी बात कही। यह कार्य श्रेष्ठ संत और संन्यासियों के दिशा-निर्देशन में होगा।

विश्वास है कि इससे मध्य प्रदेश भी बदलेगा और पूरा देश भी बदलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली और गौरवशाली संपन्न भारत का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं महसूस करते हैं कि योग की शिक्षा व्यक्ति के मन, बुद्धि और आत्मा का विकास करेगी। कहा कि योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण महाराज ने योग, आयुर्वेद, भारतीय संस्कृति और वैदिक शिक्षा को विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए अद्भुत कार्य किया है। स्वदेशी से आत्मनिर्भर भारत के नवनिर्माण के लिए योग और उद्योग के माध्यम से पतंजलि लाखों किसानों और युवाओं को रोजगार दे रहा है।

योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि यह गौरव का क्षण है कि आज आजादी के अमृत महोत्सव में 75 करोड़ सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है। योग शिक्षा को आंशिक रूप से लागू करने के लिए टुकड़ों में प्रयास हो रहे थे, लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने योग को व्यापक रूप से शिक्षा का अंग बनाने के लिए बहुत बड़ी कार्ययोजना की प्रतिबद्धता यहां से अभिव्यक्त की है। वैश्विक चुनौतियों का सनातन समाधान और एकात्म मानववाद विषय पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जो दर्शन दिया था, उसके संदर्भ में मुख्यमंत्री के संबोधन की बड़ी व्यापकता है।

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आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि से योग के महाभियान का सूत्रपात होने जा रहा है। एक समय था जब मध्य प्रदेश में अन्य राज्यों से अनाज आयातित होता था। आज मध्य प्रदेश में खाद्यानों के भंडार हैं। यहां का शरबती गेहूं देश ही नहीं पूरे विश्व में निर्यात किया जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के स्कूलों में योग शिक्षा लागू कर गांव-गांव तक योग के प्रचार-प्रसार की प्रतिबद्धता दोहराई है।

'वैश्विक चुनौतियों का सनातन समाधान-एकात्म बोधÓ विषय पर उन्होंने कहा कि आज जीवन में कई समस्याएं हैं। यदि हम सनातन परंपराओं के आश्रय और जड़ को पकड़कर रखेंगे तो सभी समस्याओं का समाधान वहीं से मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आचार्य बालकृष्ण महाराज के साथ गो आधारित कृषि पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि गो आधारित कृषि को लेकर पतंजलि योगपीठ में अनुकरणीय कार्य हो रहा है। कार्यक्रम में पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलानुशासिका डा. साध्वी देवप्रिया, बहन ऋतंभरा, प्रति-कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल, स्वामी परमार्थ देव आदि उपस्थित रहे।

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