Lucknow Volvo Bus Service: लखनऊ वाल्वो बस सेवा निरस्त, चार दिन से नहीं मिला एक भी यात्री

Lucknow Volvo Bus Service जिस देहरादून-लखनऊ वाल्वो बस सेवा को एक माह पहले शुरू कर रोडवेज प्रबंधन फूला नहीं समा रहा था इन दिनों उसमें एक भी यात्री नहीं मिल रहा। हालात यह हैं कि पिछले चार दिन से एक भी यात्री न मिलने पर बस निरस्त करनी पड़ रही।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:02 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:02 AM (IST)
Lucknow Volvo Bus Service: लखनऊ वाल्वो बस सेवा निरस्त, चार दिन से नहीं मिला एक भी यात्री
Lucknow Volvo Bus Service: लखनऊ वाल्वो बस सेवा निरस्त।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Lucknow Volvo Bus Service जिस देहरादून-लखनऊ वाल्वो बस सेवा को एक माह पहले शुरू कर रोडवेज प्रबंधन फूला नहीं समा रहा था, इन दिनों उसमें एक भी यात्री नहीं मिल रहा। हालात यह हैं कि पिछले चार दिन से एक भी यात्री न मिलने के कारण यह बस निरस्त करनी पड़ रही। अब लखनऊ के लिए उत्तराखंड की महज एक साधारण सेवा संचालित की जा रही है। 

अभी दो हफ्ते पहले ही सर्द मौसम में यात्रियों के अभाव में खाली चल रहीं पांच वाल्वो व जनरथ बस को रोडवेज प्रबंधन ने मार्ग से हटा दिया था और इनका संचालन 31 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया था। इनमें दिल्ली की चार जबकि गुरुग्राम की एक बस शामिल थी। मौजूदा समय में दिल्ली के लिए पहली वाल्वो बस रोजाना सुबह छह बजे, दूसरी वाल्वो दोपहर एक बजे जबकि तीसरी बस रात 11 बजे रवाना हो रही। इससे पहले दिल्ली के लिए दस वाल्वो बसें चल रही थीं। इनमें सात बसों को निरस्त किया जा चुका है। 

देहरादून से वाया दिल्ली गुरुग्राम के लिए अब दो बस ही चल रहीं। इनमें एक बस सुबह 10 बजे और दूसरी बस रात सवा 10 बजे जाती है। इसके अलावा देहरादून से लखनऊ के लिए वाल्वो बस शाम पांच बजे जबकि हल्द्वानी के लिए एक बस रात 11 बजे संचालित की जा रही थी। मगर, यात्रियों के अभाव में लखनऊ बस सेवा पिछले चार दिनों से निरस्त करनी पड़ रही। गुरुवार को भी यह बस सेवा निरस्त करनी पड़ी। वाल्वो बस में आठ से दस यात्री मिलने भी मुश्किल हो रहे हैं। ऐसे में रोडवेज मुख्यालय को लाखों रुपये का रोजाना घाटा उठाना पड़ रहा था। 

चालकों को दिया प्रशिक्षण

सड़क सुरक्षा माह के तहत परिवहन विभाग की टीम ने गुरुवार को आइएसबीटी पर रोडवेज चालकों को कुशल परिवहन व यातायात का प्रशिक्षण दिया। परिवहन कर अधिकारी अनुराधा पंत एवं प्रज्ञा पंत ने इस दौरान चालकों को नियम तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने की जानकारी भी दी। रोडवेज परिचालकों को यात्रियों के साथ किए जाने वाले कुशल व्यवहार की जानकारी दी गई। इस दौरान रोडवेज ग्रामीण डिपो के एजीएम केपी सिंह भी मौजूद रहे। आरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी ने बताया कि एक माह चलने वाले सड़क सुरक्षा अभियान के तहत अब स्कूलों में भी बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी। 

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