देहरादून में टीकाकरण को लेकर युवाओं में काफी उत्साह, पढ़ि‍ए पूरी खबर

दून में टीकाकरण को लेकर युवाओं में काफी उत्साह दिखा। युवा टीकाकरण केंद्रों पर सुबह आठ बजे से ही पहुंचने लगे थे। टीका लगवाने के बाद अधिकांश युवाओं ने फील गुड किया और खुद टीका लगवाने के बाद वो दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करते दिखाई दिए।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 09:28 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 09:28 AM (IST)
देहरादून में टीकाकरण को लेकर युवाओं में काफी उत्साह, पढ़ि‍ए पूरी खबर
गढ़ीकैंट स्थित ब्लूमिंग बर्डस स्कूल में 20 वर्षीय भव्या मिनोचा को कोविड शील्ड लगाती फॉमेसिस्ट कुसुम डंगवाल।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून में टीकाकरण को लेकर युवाओं में काफी उत्साह दिखा। युवा टीकाकरण केंद्रों पर सुबह आठ बजे से ही पहुंचने लगे थे। टीका लगवाने के बाद अधिकांश युवाओं ने फील गुड किया और खुद टीका लगवाने के बाद वो दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करते दिखाई दिए। आम जन से आग्रह किया कि कोरोना महामारी से बचने के लिए टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग करें।

जिले में ग्यारह टीकाकरण केंद्रों पर 18-44 वर्ष के 1926 व्यक्तियों को टीका लगाया गया। टीकाकरण सुबह नौ बजे से शुरू होना था, लेकिन कुछ जगह यह 11 बजे तक शुरू हो सका। ऑनलाइन पोर्टल में बार-बार आई रुकावट के कारण बनी अव्यवस्था से भी जन सामान्य को परेशानी का सामना भी करना पड़ा। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनूप कुमार डिमरी का कहना है कि पहले दिन कुछ दिक्कतें आई हैं, जिन्हें दूर किया जा रहा है।

कोड बताने पर लगाया टीका 

टीकाकरण के लिए अब प्रक्रिया में कुछ बदलाव किया गया है। इसमें टीके के लिए पंजीकरण कराने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाता है। इस कोड को टीकाकरण केंद्र पर बताने के बाद ही टीका लगाया जाता है। 

क्या बोले युवा  कृष्णा गैरोला (टीएचडीसी कॉलोनी 18 वर्ष) का कहना है कि सुरक्षित रहना है तो टीका जरुरी है। कोविड नियमों का पहले भी पूरी तरह पालन किया था और आगे भी मास्क और दो गज की दूरी का पालन करेंगे। टीकाकरण से देश जीतेगा और कोरोना हारेगा। आंचल पुंडीर (बंजारावाला 21 वर्ष) का कहना है कि युवा विभिन्न कार्यों के लिए बाहर जाते हैं। ऐसे में उनके संक्रमण की चपेट में आने का भी खतरा ज्यादा है। वैक्सीन एक तरह का सुरक्षा कवच है। सभी युवाओं को आगे आकर टीकाकरण करवाना चाहिए।  गार्गी (रायपुर रोड 34 वर्ष) का कहना है कि एक मई से अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। टीका लगने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई। यह पूरी तरह सुरक्षित है और अपनी बारी आने पर टीका जरूर लगवाएं।  उत्कर्ष सिंघल (मूलचंद एन्क्लेव 21 वर्ष) का कहना है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इससे लड़ने का एकमात्र हथियार अब टीकाकरण ही है। आमजन को टीका लगवाना चाहिए। सरकार से अपील है कि वे ज्यादा से ज्यादा लोग को टीका लगवाए, ताकि कोरोना से बचा जा सके।

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