भारतीय सेना अकादमी की फायरिंग रेंज में फंदे में फंसकर तेंदुए की मौत

आइएमए की फायरिंग रेंज में लगाए गए क्लच वायर में एक गुलदार फंस गया। ट्रैंकुलाइज कर गुलदार को वायर से छुड़ाया, लेकिन उपचार के लिए ले जाने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।

By Edited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 03:01 AM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 12:19 PM (IST)
भारतीय सेना अकादमी की फायरिंग रेंज में फंदे में फंसकर तेंदुए की मौत
भारतीय सेना अकादमी की फायरिंग रेंज में फंदे में फंसकर तेंदुए की मौत

देहरादून, [जेएनएन]: भारतीय सेना अकादमी की फायरिंग रेंज में लगाए गए क्लच वायर में बुधवार सुबह एक गुलदार फंस गया। सूचना पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने ट्रैंकुलाइज कर गुलदार को वायर से छुड़ाया, लेकिन उपचार के लिए ले जाने से पहले ही गुलदार ने दम तोड़ दिया। वन विभाग की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद मालसी जू में ही गुलदार के शव को जला दिया। डीएफओ राजीव धीमान ने बताया कि गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाएगी। गुलदार के मौत की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक वन विभाग को बुधवार सुबह करीब दस बजे आइएमए की फायरिंग रेंज में एक गुलदार के फंसे होने की सूचना मिली। जिस पर डीएफओ राजीव धीमान सहित विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी रेस्क्यू और ट्रैंकुलाइज टीम के साथ मौके पर पहुंचे। फायरिंग रेंज में गुलदार जानवरों के लिए लगाए जाने वाले क्लच वायर में फंसा था। क्लच वायर गुलदार के शरीर के छाती व पेट वाले हिस्से पर लिपटा हुआ था। इसके बाद वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट से पहुंचे डॉ. सनत ने गुलदार को ट्रैंकुलाइज किया और बाद में क्लच वायर काटकर उसे बाहर निकाला। 

जख्मी गुलदार को उपचार के लिए ले जाने पहले ही उसने दम तोड़ दिया। इस नर गुलदार की उम्र करीब आठ से नौ साल बताई जा रही है। डीएफओ राजीव धीमान ने बताया कि विभाग ने गुलदार का पोस्टमार्टम कर शव को जला दिया है। गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के असल कारणों का पता चलेगा। बताया कि गुलदार की मौत के कारणों की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। रेस्क्यू टीम में वन क्षेत्राधिकारी मालसी रेंज एमएस नेगी, एसडीओ एम मर्तोलिया, विजय मोहन रतूड़ी, दारोगा निकिता बिष्ट, श्याम सिंह नेगी आदि मौजूद थे। 

गुलदार के पेट में थी सूजन 

डीएफओ राजीव धीमान ने बताया कि फंसने से पहले गुलदार का पेट पूरा भरा हुआ था। क्लच वायर शरीर के बीच में फंसा होने के कारण गुलदार का भोजन शायद ठीक से पच नहीं पाया। इसलिए उसके पेट में सूजन आ गई थी और इंटरनल ब्लीडिंग के साथ ही उसके लंग्स में इंफेक्शन हो गया था। हालांकि, मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी। 

आइएमए में क्लच वायर में गुलदार फंसने की तीसरी घटना 

आइएमए में गुलदार फंसने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले वर्ष 2014 में आइएमए के गोल्फ मैदान में लगे क्लच वायर में एक गुलदार का शावक फंसा हुआ मिला था। जबकि वर्ष 2011 में भी आइएमए में लगाए गए क्लच वायर में फंसकर एक गुलदार की मौत हो गई थी। 

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