विधानसभा का शीतकालीन सत्र: पांच दिन में 20 घंटे 12 मिनट चला सत्र, ये विधेयक हुए पारित
उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र पांच दिन में 20 घंटे 12 मिनट चला। इस दौरान 19 विधेयक पारित हुए।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। विधानसभा का शीतकालीन सत्र पांच दिन में 20 घंटे 12 मिनट चला। सत्र के अनिश्चिकाल के लिए स्थगित होने के बाद मंगलवार शाम पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कामकाजी सत्र रहा और इस दौरान 19 विधेयक पारित हुए। छह अध्यादेश विधेयक के रूप में लाए गए। विस अध्यक्ष ने कहा कि इस बार सत्र में व्यवधान भी काफी कम रहा।
शुरुआती तीन दिनों में प्रश्नकाल पूरी तरह उत्तरित हुआ। एक दिन व्यवधान के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया, जबकि अंतिम दिन अल्पसूचित प्रश्न में लंबा वक्त लगने के कारण पूरे प्रश्न नहीं आ पाए। सत्र में विधायकों ने तमाम अहम विषयों पर प्रश्न लगाए और उन्हें उनका जवाब भी मिला।
पारित हुए प्रमुख विधेयक
-उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन विधेयक
-दंड प्रक्रिया संहिता (उत्तराखंड संशोधन) विधेयक
-उत्तराखंड राज्य विधान मडल (अनर्हता निवारण) (संशोधन) विधेयक
-उत्तराखंड फल पौधशाला (विनियमन) विधेयक
-उत्तराखंड भूतपूर्व मुख्यमंत्री सुविधा (आवासीय और अन्य सुविधाए) विधेयक
-उत्तराखंड जैविक कृषि विधेयक
-उत्तराखंड मंत्री वेतन, भत्ता और प्रकीर्ण उपबंध (संशोधन)विधेयक
-उत्तराखंड पंचायतीराज (द्वितीय संशोधन) विधेयक
-उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, 1950) (संशोधन)विधेयक
-उत्तराखंड कृषि उत्पाद मंडी (विकास और विनियमन) (संशोधन) विधेयक
-उत्तराखंड विनियोग (2019-20 का अनुपूरक) विधेयक
-उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद अधिनियम 2001 (संशोधन)विधेयक
प्रश्नों का विवरण
-893 प्रश्न विधायकों ने लगाए
-194 तारांकित प्रश्नों में 59 उत्तरित
-633 अतारांकित प्रश्नों में 365 उत्तरित
-13 अल्पसूचित प्रश्नों में आठ उत्तरित
-53 प्रश्न किए गए अस्वीकार
-05 असरकारी संकल्प आए
-29 याचिकाएं हुई प्रस्तुत
-56 सूचनाएं नियम 300 में स्वीकृत
-10 सूचनाएं नियम 53 की स्वीकृत
-25 सूचनाएं नियम 58 में आई