लैंसडौन वन प्रभाग में तैयार होंगे बर्ड गाइड ग्रोथ सेंटर, युवाओं को मिलेगा रोजगार

लैंसडौन वन प्रभाग को जल्द नई पहचान मिलने जा रही है। प्रदेश सरकार लैंसडौन वन प्रभाग में बर्ड ग्रोथ सेंटर बनाने की तैयारी में तैयारी में है।

By Edited By: Publish:Tue, 15 Jan 2019 10:21 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 04:43 PM (IST)
लैंसडौन वन प्रभाग में तैयार होंगे बर्ड गाइड ग्रोथ सेंटर, युवाओं को मिलेगा रोजगार
लैंसडौन वन प्रभाग में तैयार होंगे बर्ड गाइड ग्रोथ सेंटर, युवाओं को मिलेगा रोजगार

देहरादून, अजय खंतवाल। कॉर्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व के मध्य स्थित लैंसडौन वन प्रभाग को जल्द नई पहचान मिलने जा रही है। प्रदेश सरकार लैंसडौन वन प्रभाग में बर्ड ग्रोथ सेंटर बनाने की तैयारी में तैयारी में है। यहां बेरोजगार युवाओं को बर्ड गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे बर्ड वॉचिंग (पक्षी अवलोकन) पर्यटन के साथ-साथ आर्थिकी का भी मुख्य आधार बनेगा। दरअसल, योजना प्रदेश में चार वन प्रभागों को बर्ड ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित करने की है, जिसमें लैंसडौन वन प्रभाग भी शामिल है। शासन ने पक्षी आधारित ईको टूरिज्म के तहत विकसित होने वाले इन ग्रोथ सेंटरों के संबंध में चारो वन प्रभागों से प्रस्ताव मांगे हैं। 

लैंसडौन वन प्रभाग में बीते दिसंबर आयोजित तीन-दिवसीय बर्ड फेस्टिवल क्षेत्र के विकास की नई इबारत लिखने जा रहा है। इस बर्ड फेस्टिवल में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के पक्षी प्रेमियों के पहुंचने से सरकार का ध्यान लैंसडौन वन प्रभाग के जंगलों में मौजूद पक्षियों के संसार की ओर गया था। इसी के बाद शासन ने लैंसडौन वन प्रभाग में बर्ड ग्रोथ सेंटर शुरू करने की तैयारी की। 

इसके अलावा मसूरी वन प्रभाग, रामनगर वन प्रभाग व पिथौरागढ़ वन प्रभाग में भी बर्ड ग्रोथ सेंटर खोले जाएंगे। ईको टूरिज्म के तहत खुलने वाले इन बर्ड ग्रोथ सेंटरों में स्थानीय युवाओं को बर्ड गाइड के रूप में प्रशिक्षित कर स्थानीय लोगों को वन संरक्षण के प्रति जागरुक करने की योजना है। जनवरी के प्रथम सप्ताह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रमुख वन संरक्षक से इस विषय पर चर्चा करते हुए पक्षी ग्रोथ सेंटर खोलने के निर्देश दिए। इसी कड़ी में चार वन प्रभागों का चयन किया गया। अब ईको टूरिज्म विभाग ने चारों वन प्रभागों के प्रभागीय वनाधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में पक्षी ग्रोथ सेंटर की स्थापना के लिए प्रस्ताव देने को कहा है। 

इन स्थानों पर खुलेंगे बर्ड ग्रोथ 

सेंटर ईको टूरिज्म विभाग की ओर से लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार, मसूरी वन प्रभाग के देवलसारी, पिथौरागढ़ वन प्रभाग के मुनस्यारी और रामनगर वन प्रभाग के पवलगढ़ में बर्ड ग्रोथ सेंटर खोले जाने की योजना है।

लैंसडौन प्रभाग में मौजूद पक्षियों का संसार 

उत्तराखंड में पक्षियों की करीब 800 प्रजातियां हैं। इनमें से अकेले लैंसडौन वन प्रभाग के जंगलों में 350 के आसपास प्रजातियां मौजूद हैं। यही वजह है कि दुनियाभर के पक्षी प्रेमियों का रुझान लैंसडौन वन प्रभाग की ओर हुआ है। 

प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार सिंह ने कोटद्वार में बर्ड ग्रोथ सेंटर की स्थापना यहां पर्यटन के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। जल्द ही बर्ड ग्रोथ सेंटर का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया जाएगा। 

यह भी पढ़ें: सुबह की गुनगुनी धूप के बीच यहां करें रंग-बिरंगे मेहमान परिंदों का दीदार

यह भी पढ़ें: कोटद्वार में बर्ड फेस्टिवल सात दिसंबर से, पक्षी प्रेमियों को करवाई जाएगी बर्ड वाचिंग

chat bot
आपका साथी