इको टूरिज्म के रूप में विकसित होगा लाखामंडल-मानथात

चकराता राज्य के 13 टूरिस्ट डेस्टीनेशन में एक जौनसार लाखामंडल-मानथात को इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए कार्यदायी संस्था व राजस्व टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 08:53 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 08:53 PM (IST)
इको टूरिज्म के रूप में विकसित होगा लाखामंडल-मानथात
इको टूरिज्म के रूप में विकसित होगा लाखामंडल-मानथात

संवाद सूत्र, चकराता: राज्य के 13 टूरिस्ट डेस्टीनेशन में एक जौनसार के लाखामंडल-मानथात को इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने की कवायद तेज हो गई। पर्यटन विकास की योजना को धरातल पर उतारने के लिए कार्यदायी संस्था गढ़वाल मंडल विकास निगम व राजस्व विभाग की टीम रविवार को प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण करने मानथात पहुंची। टीम ने लाखामंडल-मानथात क्षेत्र में पर्यटन विकास की संभानाएं तलाशी।

सरकार ने राज्य के सभी जिलों में एक-एक टूरिस्ट डेस्टीनेशन बनाने की घोषणा की है। जिसके अनुरूप पर्यटन विभाग व कार्यदायी संस्था गढ़वाल मंडल विकास निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। देहरादून जनपद के चकराता ब्लॉक अंतर्गत लाखामंडल-मानथात को इन टूरिस्ट डेस्टीनेशन में चयनित किया गया है। क्षेत्र में पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की घोषणा के अनुरूप कार्य योजना बनाने को महकमे ने इसकी शुरुआत कर दी। लाखामंडल-मानथात क्षेत्र में पर्यटन विकास की संभावनाएं तलाशने को पर्यटन विभाग के निर्देशन में गढ़वाल मंडल विकास निगम व राजस्व विभाग की टीम दौरे पर पहुंची। टीम ने पर्यटन स्थल लाखामंडल-मानथात में प्रस्तावित पर्यटन विकास कार्यों के लिए उपयुक्त भूमि का चयन किया। टीम की अगुवाई कर रहे जीएमवीएन के एसडीओ जीएस राणा ने कहा कि पर्यटन विभाग के निर्देशन में लाखामंडल में अवस्थापना विकास की सुविधाएं जुटाने, सेरा के पास प्राचीन गुफा का सौंदर्यकरण, मानथात में साहसिक पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत सुविधाओं का विकास करना है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान व एसडीओ जीएमवीएन जीएस राणा ने कहा कि पर्यटन स्थल मानथात को इको टूरिज्म के तौर पर विकसित किया जाएगा। मानथात में प्राचीन महत्व के पांडव कालीन द्रोपदी कुंड व देवी माता मंदिर का सौंदर्यकरण किया जाएगा। इससे यहां देश-विदेश के पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इसके अलावा लाखामंडल-मानथात क्षेत्र में रेलिग निर्माण, संपर्क मार्ग बनाने के अलावा अन्य पर्यटन विकास कार्य कराए जाने है। जिसके लिए पर्यटन विभाग की देखरेख में गढ़वाल मंडल विकास निगम डीपीआर को अंतिम रूप दे रहा है। पर्यटन विभाग, जीएमवीएन व राजस्व विभाग टीम के संयुक्त निरीक्षण से लाखामंडल-मानथात क्षेत्र के लोगों में पर्यटन विकास की योजना परवान चढ़ने की उम्मीद जगी है। इस दौरान छौंटाड़-भटाड़ की प्रधान निरमा पंवार, राजस्व उपनिरीक्षक अखिलेश कुमार, कंसलटेंट रुचि शर्मा, दिनेश पंवार, चंडी नौटियाल, अनिल नौटियाल, राजेंद्र नौटियाल, सुंदर सिंह, सूरत सिंह आदि मौजूद रहे।

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