कोटद्वार-लालढांग मार्ग का शिलान्यास 16 को

गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडलों को राज्य के भीतर सीधे आपस में जोड़ने वाली कंडी रोड (रामनगर-कालागढ़-कोटद्वार- लालढांग) के कोटद्वार-लालढांग हिस्से के डामरीकरण के साथ ही इस मार्ग पर पड़ने वाले पुलों का शिलान्यास 16 दिसंबर को वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 07:43 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 07:43 PM (IST)
कोटद्वार-लालढांग मार्ग का शिलान्यास 16 को
कोटद्वार-लालढांग मार्ग का शिलान्यास 16 को

राज्य ब्यूरो, देहरादून

गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडलों को राज्य के भीतर सीधे आपस में जोड़ने वाली कंडी रोड (रामनगर-कालागढ़-कोटद्वार- लालढांग) के कोटद्वार-लालढांग हिस्से के डामरीकरण के साथ ही इस मार्ग पर पड़ने वाले पुलों का शिलान्यास 16 दिसंबर को वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत करेंगे। यह कार्यक्रम कोटद्वार के भाबर क्षेत्र में होगा।

कोटद्वार (चिल्लरखाल)-लालढांग के डामकरीकरण के साथ ही इसे आम यातायात के लिए खोलने की मांग लंबे समय से उठ रही है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस मार्ग को खोलने पर सहमति जताई थी। अब इस मार्ग की वन कानूनों से संबंधित बाधाएं दूर होने के बाद इसके डामरीकरण और इस पर पड़ने वाले पुलों के निर्माण की कवायद प्रारंभ हो गई है।

वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत के विशेष कार्याधिकारी विनोद रावत के मुताबिक कैबिनेट मंत्री डॉ.रावत 16 दिसंबर को कोटद्वार के भाबर क्षेत्र में इस मार्ग और इस पर पड़ने वाले पुलों का शिलान्यास करेंगे। यह कोटद्वार क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। इस मार्ग के बन जाने पर हरिद्वार से कोटद्वार की दूरी 20 किलोमीटर कम हो जाएगी।

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