सावधान! कहीं घर बनाते समय आप भी तो नहीं कर रहे नकली सीमेंट का इस्तेमाल, ऐसे करें पहचान
राजधानी दून में निरंतर निजी स्तर के भवन निर्माण से लेकर अपार्टमेंट और कामर्शियल निर्माण अस्तित्व में आ रहे हैं। ऐसे में नकली सीमेंट का कारोबार पकड़ में आने से सरकारी मशीनरी के साथ आमजन भी सकते में हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। राजधानी दून में निरंतर निजी स्तर के भवन निर्माण से लेकर अपार्टमेंट और कामर्शियल निर्माण अस्तित्व में आ रहे हैं। ऐसे में नकली सीमेंट का कारोबार पकड़ में आने से सरकारी मशीनरी के साथ आमजन भी सकते में हैं, क्योंकि असली सीमेंट के नाम पर कहां नकली सीमेंट थमा दी जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।
हालांकि, कोई भी व्यक्ति कुछ आसान उपाय अपनाकर पता लगा सकता है कि सीमेंट नकली है या असली। आइए स्पैक्स संस्था के सचिव डा. बृजमोहन शर्मा के माध्यम से इन सामान्य तरीकों को जानते हैं। इसके अलावा प्रयोगशाला स्तर के परीक्षण के लिए रुड़की स्थित सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआइ) या सीमेंट निर्माण करने वाली किसी भी कंपनी का सहारा लिया जा सकता है।
घर में ऐसे जांचें सीमेंट की गुणवत्ता
रबिंग टेस्ट
सीमेंट की कुछ मात्रा हाथ में लीजिए और उसे अंगुलियों से रगडि़ए। रगड़ते समय असली सीमेंट चिकनी महसूस होगी, जबकि मिलावटी या नकली सीमेंट में चिकनापन नहीं मिलेगा। इस तरह के सीमेंट में राख या रेत मिली हो सकती है।
तापमान परीक्षण
सीमेंट के बैग में हाथ डालें। यदि ठंडक का एहसास हो तो सीमेंट बेहतर गुणवत्ता का है। मिलावटी सीमेंट में ठंडापन नहीं मिलेगा।
फ्लोट परीक्षण
अच्छी गुणवत्ता का सीमेंट पानी में डालने पर कुछ समय के लिए तैरता दिखेगा।
सेटिंग टेस्ट
सीमेंट को पानी के साथ मिलाकर उसका मोटा पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को 24 घंटे के लिए पानी में डुबो दें। अच्छी सीमेंट में दरार नहीं पड़ेगी।
इन बातों का भी रखें ध्यान
-सीमेंट के बैग में निर्माण की तारीख की जांच करें। सीमेंट का उपयोग संबंधित तारीख से 90 दिन के भीतर किया जाना चाहिए।
-अच्छी सीमेंट में किसी तरह की गांठ नहीं होती है।
-सीमेंट का रंग एक समान होना चाहिए। अच्छी गुणवत्ता वाला सीमेंट भूरे रंग के साथ हरे रंग की छाया (ग्रेनिश शेड) में होता है।
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