मां ने मरीज बेटे को किडनी देकर बचाई जान
संवाद सहयोगी डोईवाला हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट में किडनी का सफल ट्रांसप्लांट किया गया।
संवाद सहयोगी, डोईवाला: हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट में किडनी का सफल ट्रांसप्लांट किया गया। मरीज बेटे को मां ने किडनी दी। अस्पताल से दोनों को छुट्टी दे दी गई है।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी सुखवीरी देवी के बेटे पवन की दोनों किडनियां खराब हो गई थी। वह लंबे समय से डायलिसिस पर थे। उनका दिल भी काफी कमजोर हो गया था। उनकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही थी। पवन को मां किडनी देने के लिए तैयार थी। लेकिन दिल कमजोर होने के चलते ट्रांसप्लांट से दिल्ली व मेरठ के अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद पवन को हिमालयन अस्पताल में नेफ्रोलाजिस्ट डा. विकास चंदेल को दिखाया गया। उन्होंने पवन की दिक्कतें ट्रांसप्लांट टीम के समक्ष रखी। टीम ने कुछ आवश्यक जांच कराई। जिसके बाद ट्रांसप्लांट टीम के सर्जन डा. किम जे मामेन, डा. राजीव सरपाल, डा. शिखर अग्रवाल, डा. कर्मवीर सिंह, फिजीशियन डा. शहबाज अहमद, डा. विकास चंदेल, रेडियोलाजिस्ट डा. रघुवंशी, डा. प्राची काला, डा. ममता, डा. विनायक, ऐनेस्थेटिक डा. वीना अस्थाना, डा. गुरजीत खुराना, डा. पारुल जिदल, डा. निधि कुमार, डा. दिव्या अग्रवाल, डा. हरीश कोश्यारी व कार्डियोलाजिस्ट डा. कुनाल गुरुरानी ने सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया। अब दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। ट्रांसप्लांट को सफल बनाने में समन्वयक जगदीप शर्मा का भी योगदान रहा।
ट्रांसप्लांट सेवा का होगा विस्तार
कुलपति डा. विजय धस्माना व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एसएल जेठानी ने इस सफलता पर हिमालयन हास्पिटल की पूरी ट्रांसप्लांट टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बहुत कम कीमत में हिमालयन हास्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट किया जा रहा है। हिमालयन अस्पताल में ट्रांसप्लांट सेवाओं में विस्तार किया जा रहा है। इसके अंतर्गत लीवर ट्रांसप्लांट सहित जिगर और अन्य अंगों के ट्रांसप्लांट की अनुमति भी राज्य सरकार से ली जाएगी।