दैनिक जागरण के साथ व्यायाम कर खुद को रखें फिट, पढ़िए पूरी खबर

कोरोना संक्रमण के चलते वर्तमान में कोविड कर्फ्यू लागू किया गया है। जिसमें जिम और फिटनेस सेंटर खोलने पर पाबंदी है। ऐसे में आमजन के सामने खुद को फिट रखने की चुनौती है। ऐसे व्यक्तियों की परेशानी देख दैनिक जागरण ने घर बैठे उन्हें व्यायाम करवाने का बीड़ा उठाया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 03:41 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 03:41 PM (IST)
दैनिक जागरण के साथ व्यायाम कर खुद को रखें फिट, पढ़िए पूरी खबर
'दैनिक जागरण' के तत्वावधान में 28 और 29 जून को फेसबुक लाइव पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण के चलते वर्तमान में कोविड कर्फ्यू लागू किया गया है। जिसमें जिम और फिटनेस सेंटर खोलने पर पाबंदी है। ऐसे में आमजन के सामने खुद को फिट रखने की चुनौती है। ऐसे व्यक्तियों की परेशानी देख 'दैनिक जागरण' ने घर बैठे उन्हें व्यायाम करवाने का बीड़ा उठाया है। ताकि वह इस कोरोना काल में अपनों के साथ घरों में स्वस्थ रह सकें।

'दैनिक जागरण' के तत्वावधान में 28 और 29 जून को शाम पांच बजे फेसबुक लाइव पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें स्पोट्र्स फिट वाय एमएस धोनी हेल्थ केयर, देहरादून के निदेशक अमन वोहरा व हेड कोच शांतनु भंडारी आमजन को घर में रहकर व्यायाम करने के सरल आसन सिखाएंगे। 'दैनिक जागरण' की इस पहल से जुड़ने के लिए आपको फेसबुक पर दैनिक जागरण देहरादून के पेज पर जाना होगा। फेसबुक पेज से जुड़ने वाले लोग अपनी और स्वजन की फोटो दैनिक जागरण को वाट्सएप नंबर 7080102046 पर भेज सकते हैं। चुनिंदा व्यक्तियों की फोटो दैनिक जागरण के इंटरनेट मीडिया मंचों पर प्रकाशित की जाएंगी। फेसबुक लाइव के जरिये आमजन को व्यायाम से फिट रहने के प्रति जागरूक किया जाएगा।

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108 जल कलशों से कराया प्रभु को स्‍नान

देहरादून के दीपलोक कालोनी स्थित श्री राम मंदिर में आचार्य सुभाष चंद्र सतपति के सानिध्य में देव पूर्णिमा पर श्री जगन्नाथ की विधिवत पूजा अर्चना हुई। इस दौरान 108 जल कलशों से प्रभु का स्नान कराया गया। आचार्य ने बताया कि मंदिर में आरती के बाद पहुंडी विज करवा कर श्री जगन्नाथ प्रभु को मंदिर हाल में सिंहासन पर विराजमान किया गया। इसके बाद समस्त तीर्थों से एकत्र जल के 35 कलशों से जगन्नाथ जी को, 33 कलशों से बलभद्र जी को, 22 कलशों के जल से मां सुभद्रा को और 18 कलशों के जल से सुदर्शन को स्नान करवाकर उनकी पूजा-अर्चना की गई। उन्होंने बताया कि सभी कार्यक्रम भक्तों की उपस्थिति में संपन्न होता है, लेकिन कोरोना काल के चलते चार ब्राह्मणों द्वारा ही संपन्न कराया गया। मान्यता है कि स्नान के पश्चात प्रभु का स्वास्थ्य स्वस्थ हो जाता है और वह अपने कक्ष में आराम के लिए चले जाते हैं। कक्ष के द्वार अगले 14 दिनों के लिए आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहते हैं। जहां उनका उपचार होता है और जब 14 दिन के पश्चात वह भक्तों को अपने दर्शन देते हैं तो उन्हें नव यौवन दर्शन कहते है।

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