पूर्ति विभाग में पदोन्नति व्यवस्था में बदलाव का विरोध

खाद्य आपूर्ति विभाग में पदोन्नति के ढांचे में परिवर्तन का कार्मिकों ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने खाद्य सचिव पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 08:09 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 08:09 PM (IST)
पूर्ति विभाग में पदोन्नति व्यवस्था में बदलाव का विरोध
पूर्ति विभाग में पदोन्नति व्यवस्था में बदलाव का विरोध

जागरण संवाददाता, देहरादून: खाद्य आपूर्ति विभाग में पदोन्नति के ढांचे में परिवर्तन का कार्मिकों ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने खाद्य सचिव पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।

गुरुवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की बुलाई गई बैठक में परिषद के अध्यक्ष ठाकुर प्रह्लाद सिंह ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग में पदोन्नति के ढांचे छेड़छाड़ का प्रयास किया जा रहा है। जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी कार्मिक विभाग की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात कर व्यवस्था यथावत रखने की मांग करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जरूरत पड़ी तो कर्मचारी परिषद आंदोलन को भी तैयार है। परिषद के महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने कहा कि पूर्ति विभाग में लिपिक, सहायक लेखाकार और वरिष्ठ सहायक तीनों संवर्गों से महज 50 फीसद कार्मिक पूर्ति निरीक्षक के पद पर पदोन्नति पाते हैं। जबकि, अब इस 50 फीसद कोटे को घटाकर 25 फीसद करने की तैयारी है। जिससे विभाग में ज्यादातर कार्मिक बिना पदोन्नति सेवानिवृत्त होंगे। ऐसे में यह कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित रखने की साजिश है। खाद्य आपूर्ति विभाग एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील देवली ने कहा कि इसी सरकार में खाद्य आपूर्ति सचिव आनंद व‌र्द्धन ने ढांचा स्वीकृत करवाकर 50 फीसद कोटा सुनिश्चित कराया था। अब इसमें कटौती की साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। परिषद के जिलाध्यक्ष चौधरी ओमबीर सिंह ने कहा कि एक ओर विभिन्न विभागों में कार्मिकों की शीघ्र पदोन्नति के आदेश किए जा रहे हैं, वहीं खाद्य आपूर्ति विभाग में पूर्ति निरीक्षक के 16 पदों, वरिष्ठ सहायक, लेखाकार के पदों पर कार्मिकों को पदोन्नति से वंचित रखा जा रहा है। बैठक में बीएस रावत, नंदकिशोर त्रिपाठी, सुभाष शर्मा, हरेंद्र रावत, गुड्डी मटूड़ा आदि उपस्थित थे।

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