जल जीवन मिशन से हल होगी सुरेऊ की पेयजल समस्या
साहिया पिछले एक दशक से पेयजल की समस्या झेल रहे सुरेऊ गांव के ग्रामीणों को जल जीवन शक्ति मिशन से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। ग्राम प्रधान ने प्रस्ताव बनाकर जल निगम को भेजा है।
संवाद सूत्र, साहिया: पिछले एक दशक से पेयजल की समस्या झेल रहे सुरेऊ गांव के ग्रामीणों को जल जीवन मिशन के तहत समस्या हल होने की उम्मीद जगी है। ग्राम प्रधान की ओर से प्रस्ताव बनाकर जल निगम को भेजे गए हैं, इससे 42 परिवारों को दो किमी दूर से पानी ढोने की मजबूरी से निजात मिल सकती है। अभी तक ग्रामीण गांव से दूर चारागाड खडड से पानी ढो रहे हैं।
जौनसार-बावर में गर्मी शुरू होते ही कई गांवों में पेयजल समस्या गहराने लगी है। सुरेऊ गांव में लाइन एक दशक पुरानी होने व स्त्रोत सूखने की वजह से गंभीर पेयजल संकट है। इस समस्या के चलते 42 परिवारों की करीब छह सौ की आबादी को गांव से दो किलोमीटर दूर खडड पर कपड़े धोने, पानी लाने के लिए जाना पड़ता है। घर का कामकाज छोड़कर रोजाना सुबह गांव की महिलाएं कपड़े व बर्तन आदि लेकर खडड पर पहुंच जाती हैं, कपड़ों की धुलाई के बाद गांव तक पानी ढोने का क्रम शुरू हो जाता है, यह क्रम शाम तक जारी रहता है। क्षेत्रीय ग्रामीण गुलाब सिंह, तिलक सिंह, पूरण सिंह, अतर सिंह, सूरत सिंह आदि का कहना है कि दरअसल गांव की पेयजल लाइन जर्जर हो चुकी है, कम बारिश के चलते स्त्रोत भी रिचार्ज नहीं हो पाए हैं।। कई साल पहले गांव से दो किलोमीटर दूर खडड तक जलागम योजना के तहत प्लास्टिक की पाइप लाइन बनाई गई थी, इसी योजना से ग्रामीण प्यास भी बुझा रहे हैं और अपनी अन्य जरूरतें भी पूरी कर रहे हैं। उधर, सुरेऊ की ग्राम प्रधान बनिता का कहना है कि गांव में हर साल पेयजल समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत ने जल निगम को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। जल जीवन मिशन के तहत गांव की पेयजल समस्या हल कराई जाएगी।