आइटीबीपी कैंपस में जवान की संदिग्ध हालात में मौत, लहुलुहान हालत में भूतल पर पड़ा मिला शव

सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के कैंपस में चौथी मंजिल पर बैरक में सोने गए जवान की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव मंगलवार सुबह लहूलुहान हालत में भूतल पर पड़ा मिला। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 01:05 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 01:05 PM (IST)
आइटीबीपी कैंपस में जवान की संदिग्ध हालात में मौत, लहुलुहान हालत में भूतल पर पड़ा मिला शव
आइटीबीपी कैंपस में जवान की संदिग्ध हालात में मौत।

जागरण संवाददाता, देहरादून। सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के कैंपस में चौथी मंजिल पर बैरक में सोने गए जवान की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव मंगलवार सुबह लहूलुहान हालत में भूतल पर पड़ा मिला। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस ने जवान के स्वजन को सूचित कर दिया है। उनके देहरादून पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वसंत विहार थाने के इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जितेंद्र कुमार निवासी ग्राम कानेन्नी पेगरामपुर शिकारपुर बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) आइटीबीपी में कांस्टेबल थे। वह सीमाद्वार स्थित कैंपस में तैनात थे। मंगलवार सुबह उनकी मौत की सूचना मिली। घटनास्थल पर जाकर जांच की गई तो पता चला कि जितेंद्र कैंपस के शहीद स्व. रामुलाल गेंगर भवन में चौथी मंजिल पर स्थित बैरक में रहते थे। सोमवार रात साढ़े 10 बजे खाना खाने के बाद वह बैरक में सोने के लिए चले गए। सुबह छह बजे एएसआइ धनपाल ने उन्हें आंगन में लहूलुहान हालत में देखा। साथी जवान जितेंद्र को श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल ले गए, मगर वहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

23 जुलाई को भी करंट लगने से हुई थी एक जवान की मौत

इससे पहले 23 जुलाई को यहां कांस्टेबल वीरेंद्र चंद की मौत हुई थी। वह आफिसर मैस के लान में मशीन से घास काटते समय करंट लगने से झुलस गए थे। वीरेंद्र खटीमा (ऊधमसिंह नगर) के रहने वाले थे।

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