चमोली: शहीद योगंबर भंडारी का पैतृक घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, नम आंखों से दी गई जांबाज को विदाई

पुंछ में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद उत्तराखंड के जांबाज सैनिक योगंबर सिंह भंडारी का पैतृक घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान उनके अंतिम दर्शन को जन सैलाब उमड़ पड़ा। नम आंखों से सभी ने जाबांज बेटे को विदाई दी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:20 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:37 PM (IST)
चमोली: शहीद योगंबर भंडारी का पैतृक घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, नम आंखों से दी गई जांबाज को विदाई
चमोली: शहीद योगंबर भंडारी का पार्थिव शरीर पहुंचा पोखरी, अंतिम दर्शनों को उमड़ा जन सैलाब।

संवाद सूत्र, पोखरी (चमोली): जम्मू के पूंछ जिले के नाढख़ास में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद सांकरी गांव निवासी राइफलमैन योगंबर सिंह भंडारी का शव रविवार को उनके गांव पहुंचा। अंतिम दर्शन के बाद उनके पैतृक घाट बामनाथ के त्रिवेणी घाट पर शहीद को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान 11 मराठा रेजीमेंट के जवानों ने उन्हें गार्ड आफ आनर दिया। शहीद योगंबर सिंह के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नम आंखों से शहीद को विदाई दी।

विकासखंड पोखरी के सांकरी गांव निवासी राइफलमैन योगंबर सिंह वर्तमान में जम्मू कश्मीर में तैनात थे। पूंछ जिले में 14 अक्टूबर की रात चलाए गए सर्च आपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में योगंबर सिंह वीरगति को प्राप्त हुए। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर सांकरी गांव पहुंचा तो माता जानकी देवी और पत्नी कुसुम शव से लिपटकर रोने लगे। इस दौरान पूरे गांव का माहौल गमगीन दिखा। बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी ने सांकरी गांव पहुंचकर स्वजन को सांत्वना दी।

  इसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर निंगोल नदी के किनारे त्रिवेणी घाट पर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। इस दौरान उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा भी की गई। उनकी चिता को छोटे भाई वासुदेव सिंह भंडारी ने मुखाग्नि दी। इस दौरान पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। वह देश के काम आया और मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ। शहीद की अंतिम यात्रा में उप जिलाधिकारी रवींद्र कुमार जुंवाठा, नायब तहसीलदार योगंबर नेगी आदि भी मौजूद रहे।

आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुआ था जांबाज 

आपको बता दें कि 17 गढ़वाल राइफल्स का जवान योगंबर सिंह 14 अक्टूबर की शाम को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में मातृभूमि की रक्षा को आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे।

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