Jal Jeevan Mission: उत्तराखंड में दो लाख घरों को जल संयोजन मुहैया कराने की चुनौती

Jal Jeevan Mission के तहत उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक घर को नल से जोड़ने की मुहिम किसी चुनौती से कम नहीं है। चालू वित्तीय वर्ष में 2.63 लाख घरों को जल संयोजन मुहैया कराने का लक्ष्य है लेकिन अभी तक करीब 70 हजार संयोजन ही दिए जा सके।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:10 AM (IST)
Jal Jeevan Mission: उत्तराखंड में दो लाख घरों को जल संयोजन मुहैया कराने की चुनौती
Jal Jeevan Mission: उत्तराखंड में दो लाख घरों को जल संयोजन मुहैया कराने की चुनौती।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Jal Jeevan Mission केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम जल जीवन मिशन के तहत उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक घर को नल से जोड़ने की मुहिम किसी चुनौती से कम नहीं है। चालू वित्तीय वर्ष में 2.63 लाख घरों को जल संयोजन मुहैया कराने का लक्ष्य है, लेकिन अभी तक करीब 70 हजार संयोजन ही दिए जा सके हैं। इसे देखते हुए अब अगले पांच माह में 1.93 लाख संयोजन देने के लिए शासन के निर्देश पर नई रणनीति बनाई गई है।

उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में 15.18 लाख परिवारों को जल जीवन मिशन के तहत पेयजल संयोजन मुहैया कराए जाने हैं। अभी तक कुल 7.20 लाख संयोजन दिए जा चुके हैं। इसमें चालू वित्तीय वर्ष में अब तक दिए गए 70 हजार संयोजन भी शामिल हैं। अब जबकि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के लिए पांच माह का ही समय रह गया है, तो इस साल के लक्ष्य के शेष 1.93 लाख परिवारों को संयोजन मुहैया कराने की चुनौती बढ़ गई है। जाहिर है कि इसके लिए मिशन के तहत कार्य तेजी से करने की जरूरत है।

सचिव पेयजल नितेश झा के अनुसार आने वाले पांच माह में मिशन के कार्य तेजी से हों, इस पर विशेष फोकस करते हुए रणनीति बनाई गई है। उन्होंने बताया कि पेयजल मुहैया कराने के लिए बनाई जाने वाली पांच करोड़ से अधिक लागत वाली योजनाओं की डीपीआर 25 दिसंबर तक तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। शेष योजनाओं की डीपीआर केंद्र को 15 नवंबर तक भेज दी जाएंगी।

सचिव झा के अनुसार जहां तक इस साल के लक्ष्य की बात है तो इसे आसानी से हासिल कर लिया जाएगा। इसके लिए जल संयोजन देने की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। अगले माह से प्रतिदिन एक हजार संयोजन और जनवरी से रोजाना दो हजार संयोजन दिए जाएंगे। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। कोशिश ये है कि चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक मिशन के तहत दिए जाने वाले कनेक्शन की संख्या बढ़कर 10 लाख हो जाए। इसके बाद अगले चरण में दिसंबर 2022 तक शेष सभी घरों को नल से जल मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है।

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