योगेन्द्र मोहन का निधन पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति, पूर्व मुख्यमंत्रियों, संत समाज और प्रबुद्धजनों ने दी श्रद्धांजलि
दैनिक जागरण समूह के अध्यक्ष योगेन्द्र मोहन के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्रियों मंत्रियों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों संत समाज और प्रबुद्धजनों ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि योगेंद्र मोहन के निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: दैनिक जागरण समूह के अध्यक्ष योगेन्द्र मोहन के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों, संत समाज और प्रबुद्धजनों ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि योगेंद्र मोहन के निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने अपने शोक संदेश में कहा कि योगेन्द्र मोहन के निधन की खबर स्तब्ध कर देने वाली है। उन्होंने कहा कि योगेन्द्र मोहन के रूप में एक अद्भुत प्रबंधकीय, प्रबंधन और पत्रकारिता के गुण के समावेश वाले व्यक्तित्व का जाना पत्रकारिता जगत की बहुत बड़ी क्षति है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जागरण समूह के अध्यक्ष योगेन्द्र मोहन का परलोक गमन पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को अपने चरणों में स्थान देने और शोकाकुल स्वजन को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि पत्रकारिता जगत में योगेन्द्र मोहन ने नए आयाम स्थापित किए। पत्रकारिता के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने योगेन्द्र मोहन को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि योगेन्द्र मोहन पत्रकारिता जगत के महत्वपूर्ण स्तंभ थे। उनके निधन की सूचना स्तब्ध कर देने वाली है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए सर्वशक्तिमान से प्रार्थना की है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पत्रकारिता व शिक्षा के क्षेत्र में जागरण समूह के अध्यक्ष योगेन्द्र मोहन ने जो योगदान दिया, उसके लिए भावी पीढ़ी उनकी ऋणी रहेगी। कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत ने भी जागरण समूह के अध्यक्ष योगेन्द्र मोहन के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि जागरण समूह के मुखिया योगेन्द्र मोहन ने पत्रकारिता, शिक्षा के क्षेत्र में नई छाप छोड़ी। उनका निधन देश की अपूरणीय क्षति है।
समाज सेवा को समर्पित रहे योगेन्द्र मोहन
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अपने शोक संदेश में कहा कि उनके प्रिय, अभिन्न और आदरणीय योगेन्द्र मोहन का इस तरह चले जाना बेहद दुखदायी है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय नरेन्द्र मोहन के बाद योगेन्द्र मोहन ने जिस तरह परिवार और व्यापार को संभाला वह अपने आप में अनुपम है। वह ऐसे व्यक्तित्व थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया। जागरण परिवार की एक सुदृढ़ और संबल नींव के इस तरह चले जाने से न केवल जागरण परिवार बल्कि यह पूरे भारत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने भगवान से योगेन्द्र मोहन की आत्मा को अपने चरणों में स्थान देने और शोकाकुल परिवार को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने भी जागरण समूह के अध्यक्ष योगेन्द्र मोहन के निधन पर दुख व्यक्त किया। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना की कि वह उन्हें अपनी सन्निधि प्रदान करें।