युवाओं को कौशल विकास से जोड़ना जरूरी

जागरण संवाददाता ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में युवाओं को शिक्षा के साथ कौशल विकास और उद्यमशीलता से जोड़ने पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 09:08 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 09:08 PM (IST)
युवाओं को कौशल विकास से जोड़ना जरूरी
युवाओं को कौशल विकास से जोड़ना जरूरी

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश

परमार्थ निकेतन में युवाओं को शिक्षा के साथ कौशल विकास और उद्यमशीलता से जोड़ने पर चर्चा की गई।

परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि युवाओं को शिक्षा के साथ कौैशल विकास और उद्यमशीलता से जोड़ना जरूरी है। कोरोना माहमारी के समय अनेक लोगों को अपने रोजगार, व्यवसाय और नौकरी से हाथ धोना पड़ा, इसलिए जरूरी है कि हमारे देश के सभी बच्चों को कौशल विकास की शिक्षा प्रदान की जाए ताकि उनमें उद्यमशाीलता का गुण विकसित हो। स्वामी ने कहा कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश की व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रणाली को सशक्त बनाना होगा। कोरोना ने देशवासियों को ऐसे स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है जहां पर अनेक लोगों को कौशल की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वोकेशनल ट्रेनिग के माध्यम से युवाओं को आज के अनुकूल कौशल का निर्माण करने वाला प्रशिक्षण देना होगा। स्वामी ने कहा कि कोरोना के समय में भारत में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इस समस्या को काफी हद तक कौशल विकास को विकसित कर कम किया जा सकता है। भारत में कौशल विकास तथा बेरोजगारी की समस्या के मूल में स्कूली स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा की अनुपस्थिति है, इसलिए स्कूली स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा को शामिल करना बहुत जरूरी है।

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