कोविड कर्फ्यू के बीच 14 मई को किराना की दुकानें खोलना खतरे को आमंत्रण
दून महानगर व्यापार प्रकोष्ठ ने कोविड कर्फ्यू के बीच 14 मई को किराना की दुकानें खोलने के प्रशासन के निर्णय को जोखिम भरा करार दिया है। प्रकोष्ठ से जुड़े व्यापारियों ने कहा कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोविड कर्फ्यू लगाया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून महानगर व्यापार प्रकोष्ठ ने कोविड कर्फ्यू के बीच 14 मई को किराना की दुकानें खोलने के प्रशासन के निर्णय को जोखिम भरा करार दिया है। मंगलवार को प्रकोष्ठ की वर्चुअल माध्यम से बैठक हुई। इसमें प्रकोष्ठ से जुड़े व्यापारियों ने कहा कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोविड कर्फ्यू लगाया है। ऐसे में 14 मई को किराना की दुकानें खुलने पर बाजार में भीड़ लगना तय है। इससे कोरोना की चेन तोडऩे की कोशिश को झटका लगेगा। महानगर व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा ने जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि इस बात को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि बाजार में अगर एक सप्ताह तक आमजन का प्रवेश नहीं हो तो कोरोना संक्रमण को रोकने में कुछ हद तक कामयाबी मिल सकती है। बैठक में व्यापारी परवीन अरोड़ा, शेखर कपूर, चमन लाल, राम कपूर, हनी गोगिया, राजेंद्र सिंह घई, राजेंद्र सिंह नेगी, रोहित कपूर आदि शामिल हुए।
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आक्सीजन सिलिंडर पहुंचाकर बचाई जान
देवभूमि मानव संसाधन ट्रस्ट की ओर से कोरोना संक्रमितों की मदद जारी है। ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मंगलवार को सीमा पर तैनात पांचवीं गोरखा राइफल्स के हवलदार राहुल मल्ल के बीमार पिता को आक्सीजन सिलिंडर पहुंचाकर उनकी जान बचाई। सेना से अवकाश प्राप्त मेजर जनरल गोपाल कृष्ण थपलियाल ने सूर्यकांत धस्माना को फोन पर सूचना दी थी कि जवान के 68 वर्षीय पिता की तबीयत ज्यादा खराब है और उन्हें आक्सीजन की आवश्यकता है। एक घंटे के भीतर धस्माना ने आक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था कर पीड़ित तक पहुंचा दिया। इसके लिए मेजर जनरल गोपाल कृष्ण थपलियाल ने सूर्यकांत धस्माना का आभार व्यक्त किया।
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