CM दरबार में पहुंचा कर्मकार बोर्ड का मसला, कुमाऊं दौरे के बाद विवाद थामने को सीएम ले सकते हैं फैसला

उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष और श्रम मंत्री के मध्य छिड़ी रार का मसला अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दरबार में पहुंच गया है। बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने सीएम से मुलाकात कर उन्हें बोर्ड के गठन से लेकर अब तक की स्थिति से अवगत कराया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 09:23 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 09:23 AM (IST)
CM दरबार में पहुंचा कर्मकार बोर्ड का मसला, कुमाऊं दौरे के बाद विवाद थामने को सीएम ले सकते हैं फैसला
CM दरबार में पहुंचा कर्मकार बोर्ड का मसला।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष और श्रम मंत्री के मध्य छिड़ी रार का मसला अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दरबार में पहुंच गया है। बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें बोर्ड के गठन से लेकर अब तक की स्थिति से अवगत कराया। उधर, माना जा रहा है कि कुमाऊं दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री बोर्ड में चल रहे विवाद के संबंध में कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं।

कर्मकार कल्याण बोर्ड तब विवादों में आया, जब पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सरकार ने अक्टूबर 2020 में बोर्ड के अध्यक्ष का दायित्व देख रहे श्रम मंत्री डा हरक सिंह रावत को इस जिम्मेदारी से मुक्त कर श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को कर्मकार बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया था। इस पर श्रम मंत्री ने नाराजगी जताई थी। यही नहीं, नए बोर्ड ने पिछले बोर्ड के तमाम फैसले पलट डाले थे। साथ ही बोर्ड से बतौर ऋण 20 करोड़ रुपये की राशि कोटद्वार में ईएसआइ अस्पताल के निर्माण को दिए जाने का मामला भी खूब उछला। बाद में कार्यदायी संस्था ने यह राशि बोर्ड को वापस लौटा दी थी।

सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद बोर्ड की सचिव पद से श्रमायुक्त को हटाते हुए हरिद्वार की उपश्रमायुक्त को यह जिम्मा सौंपा गया। तब नए बोर्ड को यह फैसला नागवार गुजरा। अध्यक्ष समेत बोर्ड ने मौजूदा सचिव को हटाने की शासन से संस्तुति की है। हालांकि, श्रम मंत्री ने बोर्ड के इस फैसले को नियम विरुद्ध करार दिया और कहा कि सचिव को केवल शासन ही हटा सकता है। इस मामले में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। अब बोर्ड में उपनल के माध्यम से रखे गए कार्मिकों को लेकर विवाद चल रहा है।

इस बीच बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। सत्याल के अनुसार उन्होंने बोर्ड के गठन से लेकर अब तक की पूरी वस्तुस्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया है। मुख्यमंत्री ने जल्द ही कोई न कोई निर्णय लेने का भरोसा दिलाया है। अध्यक्ष ने श्रमायुक्त को लिखा पत्रबोर्ड की सचिव को लेकर अध्यक्ष सत्याल की तल्खी बरकरार है।

सत्याल ने कहा कि बोर्ड ने पहले ही सचिव को हटाने की संस्तुति कर दी है। ऐसे में वह बोर्ड से संबंधित कार्यों के लिए श्रमायुक्त व सचिव श्रम को पत्र भेज रहे हैं। हाल में उन्होंने श्रमायुक्त व सचिव श्रम को पत्र भेजकर पूर्व में बोर्ड सचिव द्वारा हटाए गए पांच उपनल कर्मियों को बहाल करने और पूर्व में हुए श्रमिकों के प्रशिक्षण ले चुके श्रमिकों के बैंक खातों में चार-चार हजार रुपये की राशि हस्तांतरित करने को कहा है।

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