International Yoga Day: योग नगरी में विधानसभा अध्यक्ष ने टीम के साथ किया योग और प्राणायाम
International Yoga Day उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर अपने निजी स्टाफ के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग आसन और प्राणायाम किया। उन्होंने कहा योग नगरी ऋषिकेश में योग का प्राचीन काल से अलग ही महत्व रहा है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। International Yoga Day उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर अपने निजी स्टाफ के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग, आसन और प्राणायाम किया। उन्होंने कहा कि वैसे तो संपूर्ण विश्व में योग पर आधारित अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहा है, लेकिन योग नगरी ऋषिकेश में योग का प्राचीन काल से अलग ही महत्व रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि योग वस्तुतः शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि योग का उल्लेख हमारे प्राचीन साहित्य में मिलता है। मौजूदा समय में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में मजबूत इम्यूनिटी ही हमारे लिए, हमारे परिवार के लिए कोविड-19 से बचने के लिए सुरक्षा कवच है।
इस सुरक्षा कवच को बनाने में योग से बढ़कर कुछ भी नहीं है।उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से सारी दुनिया ने योग की शक्ति को माना है और प्रधानमंत्री योग के माध्यम से सारी दुनिया को जोड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल की थीम 'घर पर योग और घर-घर योग' है।
उन्होंने नागरिकों से डिजिटल योग से जुड़ने और योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष के जनसंपर्क अधिकारी राजेश थपलियाल, भारत चौहान, अनिल रयाल, दीपक नेगी, गिरीश चंद, मुकेश रयाल, प्रमोद रयाल, वीरेंद्र, नारायण, महावीर बुटोला आदि उपस्थित थे।
योग शिक्षकों ने काली फीती बांधकर किया योग
उत्तराखंड के बेरोजगार योग डिप्लोमा व डिग्री धारकों ने प्रशिक्षु योग शिक्षकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराने पर योग दिवस पर काली पट्टी बांधकर योग किया। योग दिवस पर काली पट्टी बांधकर विरोध करते हुए योगाचार्य अमित सिंह बिष्ट ने कहा कि योग प्रशिक्षित 15 वर्षों से रोजगार की मांग कर रहे हैं। लेकिन उन्हें रोजगार से नहीं जोडा गया है। उन्होने सरकार से विद्यालयी शिक्षा में योग को स्वतंत्र विषय के रूप में मान्यता दिलाने, योग शिक्षक के पद सृजित करने व आयुष विभाग में योग अनुदेशकों की नियुक्ति की भी मांग उठाई। योगाचार्य संदीप शाह, देवेन्द्र नेगी, बबीता नेगी, वंदना बिष्ट, कविता बडोला, संजय बोहरा, संजय सिंह आदि ने भी विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर योगाभ्यास किया।
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