कल विधानसभा का घेराव करेगी इंटक, केंद्र और राज्य सरकार पर श्रमिक विरोधी कानून बनाने का आरोप

इंटक भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों पर श्रमिक विरोधी कानून बनाने के आरोप में नौ दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेगी। पूर्व कैबिनेट मंत्री व इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने मंगलवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:54 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:54 AM (IST)
कल विधानसभा का घेराव करेगी इंटक, केंद्र और राज्य सरकार पर श्रमिक विरोधी कानून बनाने का आरोप
कल विधानसभा का घेराव करेगी इंटक। प्रतीकात्मक फोटो

जागरण संवाददाता, देहरादून। इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों पर श्रमिक विरोधी कानून बनाने के आरोप में नौ दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेगी। पूर्व कैबिनेट मंत्री व इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने मंगलवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि गुरुवार को इंटक के कार्यकर्त्ता सुबह दस बजे रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल के समीप एकत्रित होकर विधानसभा कूच करेंगे। कहा कि इंटक की मांग है कि केंद्र सरकार श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के 44 श्रम कानूनों को बहाल करे। मोदी सरकार ने जो चार श्रम संहिता पूंजीपतियों के हित में पारित किए हैं, उन्हें वापस लिया जाए। पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए व कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिया जाए।

समान कार्य, समान वेतन की नीति सभी विभागों में निगमों में लागू की जाए। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं को 21 हजार व सहायकों को 18 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाए। सार्वजनिक उपक्रमों रेलवे, बैंक, हवाई अड्डे, राष्ट्रीय राजमार्ग, जीवन बीमा, कारखाने, पावर प्रोजेक्ट, बंदरगाह, बीएसएनएल, एमटीएनएल आदि का निजीकरण बंद किया जाए। प्रेसवार्ता में युवा इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संग्राम सिंह पुंडीर ने कहा कि बेरोजगारी की वजह से युवाओं में आक्रोश है और राज्य सरकार ने युवाओं के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई है। इस मौके पर इंटक के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र नेगी, बीके छतवाल, अशोक चौधरी, अनिल कुमार, जीतू कुमार आदि उपस्थित रहे।

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