देश को मिले 51 युवा आइएफएस अधिकारी

जागरण संवाददाता, देहरादून: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के वर्ष 2016-1

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Apr 2018 03:01 AM (IST) Updated:Thu, 26 Apr 2018 03:01 AM (IST)
देश को मिले 51 युवा आइएफएस अधिकारी
देश को मिले 51 युवा आइएफएस अधिकारी

जागरण संवाददाता, देहरादून: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के वर्ष 2016-18 के दीक्षांत समारोह के बाद देश को भारतीय वन सेवा (आइएफएस) के 51 युवा अधिकारी मिल गए। अब ये अधिकारी अपने-अपने कैडर राज्यों में सेवा देने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा दो विदेशी (भूटान) प्रशिक्षु अधिकारी भी अकादमी से पास आउट हुए, जो अपने देश में तैनाती देंगे। कोर्स के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु अधिकारी अरुण विग्नेश चुने गए। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पास आउट हुए युवा अधिकारियों को डिप्लोमा व विभिन्न अवॉर्ड प्रदान किए।

सर्वेश्रेष्ठ परिवीक्षार्थी चुने गए अरुण विग्नेश को दो अन्य पुरस्कार से भी नवाजा गया। इसके बाद सर्वश्रेष्ठ वानिकी पुरस्कार महाराष्ट्र कैडर के कुमारस्वामि एसआर को मिला, जबकि मुख्य वानिकी विषयों में सर्वोच्च स्थान पर मध्य प्रदेश कैडर के अंकित पांडेय रहे। कुल 12 परिवीक्षार्थियों को प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए अवॉर्ड दिए गए।

पास आउट 51 युवा अधिकारी कुल 14 राज्यों में सेवाएं देंगे। सर्वाधिक सात अधिकारी राजस्थान व इसके बाद छह अधिकारी तमिलनाडु और बिहार को मिले हैं। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पास आउट होने वाले अधिकारियों को डिप्लोमा व अवॉर्ड देते हुए सेवा में सौ फीसद योगदान देने की प्रेरणा दी। उन्होंने वनों के इतिहास और वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 80 के दशक से पहले 1.5 लाख हेक्टेयर वन भूमि हर साल अपना स्वरूप खो रही थी, जबकि इसके बाद किए गए वन सुधारों के चलते यह दर 15 हजार हेक्टेयर प्रतिवर्ष पर सिमट गई।

दीक्षांत समारोह में राज्यपाल डॉ. केके पाल ने ग्रीन अकाउंटिंग की अवधारणा पर बल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जीडीपी (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) की तरह अब जीईपी (ग्रॉस एन्वायरमेंटल प्रोडक्ट) पर काम करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने युवा अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह ग्रीन तकनीक पर अभूतपूर्व काम करेंगे। वहीं, केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए वन संवर्धन को बढ़ावा देने की बात कही। इस अवसर पर महानिदेशक वन सिद्धांत दास, आइजीएनएफ के निदेशक डॉ. शशि कुमार, आइसीएफआरई के महानिदेशक डॉ. एससी गैरोला आदि उपस्थित रहे।

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इन युवा अधिकारियों को मिला अवॉर्ड

-अरुण विग्नेश सीएस (सर्वोत्तम सर्वोन्मुखी निष्पादन पुरस्कार, केपी सगेरिया श्रेष्ठ वानिकी पुरस्कार, डॉ. बीएन गांगुली पुरस्कार)

-कुमारस्वामि एसआर (सर्वश्रेष्ठ वानिकी पुरस्कार)

-अंकित पांडेय (मुख्य वानिकी विषयों में सर्वोच्च स्थान)

-विपुल पांडेय (पी श्रीनिवास स्मृति पुरस्कार)

-सुमंत सुभाषराव सोलंके (संजय सिंह स्मृति पुरस्कार, नीलगिरी वन्यजीव क्लब पुरस्कार, ईपीजी वन्यजीव प्रबंधन पुरस्कार)

-दिव्य भारती (हिल स्मृति पुरस्कार, सुलोचना नायडू स्मृति पुरस्कार)

-जय रागुल गेशन (डीसी अग्रवाल स्मृति पुरस्कार, केएम तिवारी स्मृति पुरस्कार, वरिष्ठ वानिकी पुरस्कार)

-अभिलाषा सिंह (आरएन माथुर स्मृति पुरस्कार)

-केजांग वाग्मो (सर्वश्रेष्ठ विदेशी प्रशिक्षणार्थी पुरस्कार)

-पूनम विलास पाटे (सुलोचना नायडू स्मृति पुरस्कार)

-नरेन्तिरन जी (डीएच कुलकर्णी स्मृति स्वर्ण पदक, दि स्प्रिट र्आफ 1982 प्रथम)

-अविनाश कुमार (दि स्प्रिट ऑफ 1982 दो)

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