पूर्णागिरि एक्सप्रेस का उद्घाटन 26 फरवरी और सिद्धबली का तीन मार्च को

उत्तराखंड को सप्ताहभर के भीतर दिल्ली के लिए दो जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिलने जा रही है। टनकपुर-दिल्ली के बीच पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस का औपचारिक उद्घाटन 26 फरवरी को होगा जबकि कोटद्वार-दिल्ली के लिए सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस के उद्घाटन को तीन मार्च की तिथि तय की गई है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 09:34 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:34 AM (IST)
पूर्णागिरि एक्सप्रेस का उद्घाटन 26 फरवरी और सिद्धबली का तीन मार्च को
त्रिवेणी घाट पर परिवार के साथ गंगा का पूजन करते राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड को सप्ताहभर के भीतर दिल्ली के लिए दो जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिलने जा रही है। टनकपुर-दिल्ली के बीच पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस का औपचारिक उद्घाटन 26 फरवरी को होगा, जबकि कोटद्वार-दिल्ली के लिए सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस के उद्घाटन को तीन मार्च की तिथि तय की गई है। इन ट्रेनों को दिल्ली से रेल मंत्री पीयूष गोयल हरी झंडी दिखाएंगे। पूर्णागिरि एक्सप्रेस के उद्घाटन के मौके पर उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी टनकपुर में मौजूद रहेंगे।

राज्यसभा सदस्य बलूनी ने दिल्ली से उत्तराखंड के लिए दो जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन के लिए पूर्व में रेल मंत्री गोयल से आग्रह किया था। इस पर रेल मंत्री ने टनकपुर-दिल्ली और कोटद्वार-दिल्ली के बीच इन ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दी। बलूनी के आग्रह पर ही इनके नाम पूर्णागिरि और सिद्धबली धामों के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया। अब दोनों ट्रेनों की सौगात उत्तराखंड को मिलने जा रही है।

उत्तराखंड दौरे पर आए राज्यसभा सदस्य बलूनी ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की कि दोनों जनशताब्दी एक्सप्रेस टेनों का उद्घाटन 26 फरवरी व तीन मार्च को होगा। पूर्णागिरि एक्सप्रेस का दिल्ली से वर्चुअली उद्घाटन रेल मंत्री गोयल करेंगे, जबकि टनकपुर में सांसद अजय टम्टा व अजय भट्ट मौजूद रहेंगे। बलूनी ने कहा कि वह भी संभवत: टनकपुर में इस कार्यक्रम में भागीदारी करेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही रेल मंत्रालय इन दोनों जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों की समय सारणी व स्टापेज के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराएगा।

भाजपा सांसद बलूनी ने कहा कि कोटद्वार और टनकपुर, दोनों ही नगर आस्था का केंद्र भी हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन नगरों में स्थित सिद्धपीठों से जुड़े हुए हैं। कोटद्वार में बाबा सिद्धबली का जागृत धाम है और वह कोटद्वार क्षेत्र के संरक्षक हैं। टनकपुर में मां पूर्णागिरी का दिव्य धाम है, जो लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र व आराध्य देवी हैं।

उत्तराखंड में बनेगी फिर भाजपा की सरकार

उत्तराखंड दौरे पर आए राज्यसभा सदस्य बलूनी ने मुनिकी रेती में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार हम उत्तराखंड में पांच साल में सरकार बदलने का मिथक तोड़ेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। भविष्य की योजना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वह हमेशा काम होने के बाद बोलते हैं, पहले बोलने की उनकी आदत नहीं है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार उत्तराखंड में कई संस्थान लाने पर विचार कर रही है। जल्द ही इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का एक कैंपस उत्तराखंड में होगा, जिसकी पूरी तैयारी हो गई है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के विकास को केंद्र व राज्य सरकार योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ रही हैं, जिसके परिणाम भविष्य में नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि आपदा से भी सीख लेकर उसे अवसर बनाया जा सकता है। इसलिए इस विषय में संपूर्णता से चिंतन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पहाड़ के गांवों की स्थिति ठीक नहीं है। विशेष रूप से हम राजनीतिक व्यक्तियों को गांवों की दुर्दशा को देखकर शर्मिंदा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वह अपने गांव के लिए कुछ बड़ा करना चाहते हैं। वह इसकी योजना तैयार कर रहे हैं। बाद में बलूनी ने सपरिवार त्रिवेणी घाट पर मां गंगा की पूजा अर्चना की।

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