उत्तराखंड: देश-विदेश में भी रहेगी इगास की धूम, राज्यपाल मौर्य और सीएम रावत ने दीं शुभकामनाएं

दीपावली के ठीक 11 दिन बाद मनाए जाने वाले उत्तराखंड के प्रमुख लोकपर्व इगास की धूम इस बार न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि देश-विदेश में भी रहेगी। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की पहल पर विदेशों में रह रहे प्रवासी भी इगास मनाएंगे।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:12 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:12 AM (IST)
उत्तराखंड: देश-विदेश में भी रहेगी इगास की धूम, राज्यपाल मौर्य और सीएम रावत ने दीं शुभकामनाएं
देश-विदेश में भी रहेगी इगास की धूम।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रकाश पर्व दीपावली के ठीक 11 दिन बाद मनाए जाने वाले उत्तराखंड के प्रमुख लोकपर्व इगास (बूढ़ी दीपावली) की धूम इस बार न सिर्फ उत्तराखंड, बल्कि देश-विदेश में भी रहेगी। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की पहल पर देश के विभिन्न शहरों के साथ ही कनाडा, अमेरिका और दुबई में रह रहे प्रवासी भी बुधवार को इगास मनाएंगे। इस दौरान वे घरों को दीयों से रोशन करेंगे। वहीं, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी को इगास की शुभकामनाएं दी हैं। सीएम ने इंटरनेट मडिया पर गढ़वाली में एक संदेश लिखते हुए पर्व की शुभकामनाएं दीं। 

बदलते परिवेश का असर उत्तराखंड के तीज-त्योहारों व लोकपर्वों पर भी पड़ा है। पलायन के कारण अनेक पारंपरिक पर्व लुप्तप्राय हो गए हैं। हालांकि, अब पलायन को थामने की चिंता के बीच लोकपर्वों को अक्षुण्ण बनाए रखने के मद्देनजर उम्मीद की किरण भी जगी है। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी इस मुहिम में जुटे हैं। इस बार भी उन्होंने राज्यवासियों के साथ ही प्रवासियों से इगास पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाने की अपील की है। इस पर्व पर दिन में गोपूजन और रात्रि में प्रकाश किया जाता है। गढ़वाल क्षेत्र में इस दिन रात्रि में भैला (लकड़ी के छोटे-छोटे पुलिंदों पर आग लगाकर इन्हें रस्सी के सहारे घुमाना) खेलने की परंपरा है।

राज्यसभा सदस्य बलूनी ने इस पर्व को देश के विभिन्न हिस्सों में भी व्यापक रूप से मनाने के मद्देनजर प्रवासियों व सामाजिक संस्थाओं से संपर्क किया। बलूनी के अनुसार मुंबई, बेंगलुरू, इंदौर, लखनऊ, दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, चंडीगढ़, मेरठ, बरेली, जयपुर, अहमदाबाद में रह रहे प्रवासी उत्तराखंडी सुरक्षित शारीरिक दूरी के साथ घरों में दीये जलाएंगे।उन्होंने बताया कि कनाडा, अमेरिका व दुबई में भी प्रवासी संस्थाओं से संपर्क किया गया और उनके द्वारा भी इस कार्यक्रम को हाथों हाथ लिया गया। 

कनाडा में उत्तराखंड कल्चरल सोसायटी से जुड़े मुरारीलाल थपलियाल के मुताबिक कनाडा के सभी शहरों के प्रवासी अपने घरों में प्रकाश कर इगास मनाएंगे और इंटरनेट मीडिया पर चित्र भी पोस्ट करेंगे। गौरतलब है कि सांसदों, राज्य सरकार के मंत्री व विधायक अपने गांवों में इगास मनाने की घोषणा कर चुके हैं। राज्यसभा सदस्य बलूनी ने देश में उच्च पदों पर आसीन उत्तराखंडियों से भी इगास मनाने की अपील की है।

राज्यपाल और सीएम ने दीं शुभकामनाएं 

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को उत्तराखंड के लोकपर्व इगास की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने अपने संदेश में कामना की है कि इगास का पर्व सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि व खुशहाली लाएगा। इगास उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं का प्रतीक है। राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने लोकपर्व व संस्कृति को संरक्षित रखने की आवश्यकता है। विशेषकर राज्य के युवावर्ग को इस दिशा में आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इगास पर्व पर प्रदेशवासियों की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस अवसर पर सामाजिक दूरी, मास्क पहनने के साथ ही अन्य सावधानियों का अनुपालन करने की भी अपील की है।

सीएम का गढ़वाली में संदेश 

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से गढ़वाली में एक संदेश प्रदेशवासियों को लिखा। सीएम ने लिखा, प्रदेश का सबि भै बैण्यूं, दाना सयाणा, बड़ों थैं 'इगास बग्वाल' की भौत-भौत बधै। अपनी गढ़भूमि का देवी द्यबतौं से मि कामना करदूं कि इगास आप सब्युं का जीवन मा सुख-समृद्धि लेकी आवो। भै- बैंण्यूं त्यूहार का उलार मा हमतैं कोरोना महामारी से बताव को भि ध्यान रखण पोड़लो। घौर से भैर आण पर मास्क लगै कि रखण, एक दूसरा से उचित दूरी बणै की रखण और टाइम-टाइम पर हाथ धोण भौत जरूरी च। अगर हम स्वस्थ रौला तबि हम अपणा परिवार तैं बचै सकदां। ये वास्ता क्वी लापरवै नी हो। आप सब्युं कू एक बार फिर इगास की भौत भौत बधै।   

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