समय पर होती जांच तो पहले ही लग जाता पता, श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में दुष्कर्म का मामला
तिलक रोड स्थित श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में दुष्कर्म पीडि़ता की समस्या को हल्के में लेना ही भारी पड़ा। पुलिस की मानें तो पांच-छह महीने से किशोरी को सिरदर्द व उल्टी की शिकायत थी। ऐसे में आश्रम प्रबंधक उसे डाक्टर के पास ले गए जहां उसका इलाज हुआ।
जागरण संवाददाता, देहरादून: तिलक रोड स्थित श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में दुष्कर्म पीडि़ता की समस्या को हल्के में लेना ही भारी पड़ा। पुलिस की मानें तो पांच-छह महीने से किशोरी को सिरदर्द व उल्टी की शिकायत थी। ऐसे में आश्रम प्रबंधक उसे डाक्टर के पास ले गए, जहां उसका इलाज हुआ। इसके बाद बीच में किशोरी का इलाज बंद करा दिया गया।
किशोरी को बार-बार उल्टियां होना भी आश्रम ने हल्के में लिया। जब किशोरी की तबीयत ज्यादा खराब हुई और उसने खाना भी कम कर दिया, इसके बाद आश्रम प्रबंधन जागा और उसका पूरा चेकअप कराया। जांच में वह गर्भवती पाई गई। इसके बाद पुलिस से शिकायत की गई। जांच अधिकारी हिमानी चौधरी ने बताया कि किशोरी लगातार संपर्क में है। कोर्ट के आदेश पर जल्द डीएनए जांच की कार्रवाई भी की जाएगी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने की काउंसलिंग
पीड़ित किशोरी का मानसिक तौर पर पूरा ध्यान रखा जा रहा है। गुरुवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी और बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने आश्रम जाकर किशोरी की काउंसलिंग की। इसके अलावा अन्य बच्चों से भी बातचीत की।
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जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, बाल कल्याण समिति के सदस्य इंद्रजय असवाल और काउंसलर आश्रम पहुंचे। यहां किशोरी से करीब आधे घंटे बातचीत की। उसे मानसिक तौर पर परेशानी न हो, इसका टीम ने पूरा ध्यान रखा। पीडि़ता के साथ रहने वाली बालिकाओं से भी बातचीत की। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस, महिला आयोग, बाल आयोग स्तर से भी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर पीडि़ता की काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद ही मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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