बेदखली नोटिस के विरोध में व्रती महिलाओं ने दिया धरना

राज्य सरकार को हस्तांतरित होनी है आइडीपीएल की भूमि व संपत्ति । -आइडीपीएल प्रबंधन ने ि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 07:38 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:09 PM (IST)
बेदखली नोटिस के विरोध में व्रती महिलाओं ने दिया धरना
बेदखली नोटिस के विरोध में व्रती महिलाओं ने दिया धरना

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

आवासीय कल्याण समिति के आह्वान पर बेदखली नोटिस के विरोध में आइडीपीएल के राम मंदिर बाजार में व्रती महिलाओं ने प्रबंधन के खिलाफ धरना दिया।

आवासीय कल्याण समिति आइडीपीएल की ओर से टाउनशिप के लोग को बेदखल करने के खिलाफ आंदोलन चलाया जा रहा है। करवा चौथ के दिन व्रती महिलाओं ने सुहाग के दीर्घायु जीवन की कामना की और अपने घरों को बचाने के लिए धरना दिया। आंदोलन को समर्थन देते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि जहां एक ओर पूरे देश में मातृशक्ति करवा चौथ का व्रत रख कर अपने घरों पर पूजा पाठ कर रही है। वहीं दूसरी ओर आइडीपीएल क्षेत्र की मातृ शक्ति अपने अधिकारों व घरों को बचाने के लिए धरने पर बैठी है। उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा। कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी के बाद सरकार ने आइडीपीएल कारखाने के आक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने का जिम्मा सेना के इंजीनियर्स को दिया। इसमें लाखों रुपये भी खर्च किए। परंतु क्या आज वहां पर आक्सीजन का उत्पादन हो रहा हैं। उस समय क्षेत्रीय विधायक व क्षेत्रीय सांसद ने इस प्लांट को लेकर अपनी पीठ थपथपाई थी। आज प्लांट में आक्सीजन उत्पादन भी नहीं हो रहा है।

समिति की अध्यक्ष रामेश्वरी चौहान व सचिव सुनील कुटलैहडिया ने आइडीपीएल टाउनशिप को जल्द नगर निगम में शामिल किया जाए। मांग पूर्ण नहीं होने पर वृहद आंदोलन चलाया जाएगा। धरने पर बैठने वालों में सारिका कुटलैहडिया, नंदनी भंडारी, कल्पना चौहान, संगीता उनियाल, मंजू रावत, सारिका सिंह, पूजा, सरोज, अनिता, सुधा, कुसुम थापा, उर्मिला, आदित्य, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक गौनियाल, वैभव, नीलम चंदानी, मौली कर्माकर, सूरज कुकरेती, सुमित्रा बिष्ट आदि शामिल रहे।

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