IAS अफसर और राज्यमंत्री रेखा आर्य विवाद प्रकरण : आइएएस षणमुगम को जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग में मानव संसाधन की आपूर्ति के लिए आउट सोर्सिंग एजेंसी के चयन को लेकर विभागीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य और निदेशक वी षणमुगम (आइएएस) के मध्य हुए विवाद के मामले की जांच रिपोर्ट में षणमुगम को क्लीन चिट मिली है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 07 Nov 2020 02:04 PM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 02:04 PM (IST)
IAS अफसर और राज्यमंत्री रेखा आर्य विवाद प्रकरण : आइएएस षणमुगम को जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट
आइएएस वी षणमुगम जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट मिली है।

देहरादून, राज्य ब्यूरो। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग में मानव संसाधन की आपूर्ति के लिए आउट सोर्सिंग एजेंसी के चयन को लेकर विभागीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य और निदेशक वी षणमुगम (आइएएस) के मध्य हुए विवाद के मामले की जांच रिपोर्ट में षणमुगम को क्लीन चिट मिली है। सूत्रों के अनुसार जांच में ये बात सामने आई है कि टेंडर प्रक्रिया में निदेशक ने कोई गलती नहीं की है। जांच रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्तर से फैसला होना है। ऐसे में सभी की निगाहें मुख्यमंत्री कार्यालय पर टिकी हैं।

आउट सोर्सिंग एजेंसी के चयन में गड़बड़ी की शिकायत आने पर विभागीय मंत्री आर्य ने टेंडर प्रक्रिया के साथ ही कार्यादेश निरस्त करने के आदेश निदेशक को दिए थे। उन्होंने टेंडर से संबंधित पत्रावली भी तलब की थी। दो दिन तक निदेशक वी षणमुगम से उनका फोन पर भी संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद विभागीय मंत्री आर्य ने निदेशक की तलाश के लिए पुलिस को तहरीर तक दे दी। सितंबर में विधानसभा के शीतकालीन सत्र से ऐन पहले मंत्री और निदेशक के मध्य विवाद से सरकार असहज भी हुई थी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आदेश पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इसकी जांच अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को सौंपी। करीब एक माह की जांच पड़ताल के बाद उन्होंने हाल में मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंप दी थी। इसका सरकार परीक्षण करा रही है। सूत्रों ने बताया कि जांच रिपोर्ट में टेंडर के लिए अपनाई गई प्रक्रिया को सही ठहराया गया है। सूत्रों ने बताया कि अब ऐसा रास्ता निकाला जा रहा, जिससे दोनों पक्ष संतुष्ट हो जाएं और विवाद की स्थिति भी न रहे।

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