मनरेगा कर्मियों को बड़ी राहत देने जा रही उत्तराखंड सरकार, मानदेय में होगी इतनी वृद्धि

मनरेगा के तहत कार्यरत कार्मिकों को प्रदेश सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। मनरेगा कर्मियों के मानदेय में दो से तीन हजार रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। साथ ही उन्हें पूर्व में हुई हड़ताल अवधि का मानदेय भी दिया जाएगा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:03 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 10:13 PM (IST)
मनरेगा कर्मियों को बड़ी राहत देने जा रही उत्तराखंड सरकार, मानदेय में होगी इतनी वृद्धि
मनरेगा कर्मियों को बड़ी राहत देने जा रही उत्तराखंड सरकार, मानदेय में होगी इतनी वृद्धि ।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत कार्यरत कार्मिकों को प्रदेश सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। मनरेगा कर्मियों के मानदेय में दो से तीन हजार रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। साथ ही उन्हें पूर्व में हुई हड़ताल अवधि का मानदेय भी दिया जाएगा। ग्राम्य विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सोमवार को मनरेगा के कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। यह प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

कार्यों की धीमी गति पर मंत्री नाराजग्राम्य विकास मंत्री यतीश्वरानंद ने यमुना कालोनी स्थित आवास पर अधिकारियों के साथ मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों की समीक्षा की। विभागीय मंत्री ने मनरेगा के कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने विभागीय सचिव को निर्देशित किया कि कार्यों में तेजी के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला विकास अधिकारी और खंड विकास अधिकारी को मनरेगा के कार्यों में रुचि लेकर कार्य कराने चाहिए। साथ ही सचिव ग्राम्य विकास से कहा कि वह अपने स्तर से शिविर आयोजित कर मनरेगा के कार्यों में तेजी लाएं। हरिद्वार के 10 गांवों को बनाएं आदर्श ग्राम्य विकास मंत्री ने विकास कार्यों, स्वच्छता आदि के लिहाज से गांवों को आदर्श बनाने की मुहिम शुरू करने पर भी जोर दिया।

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उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रथम चरण में हरिद्वार जिले के 10 गांवों को आदर्श ग्राम बनाया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रत्येक गांव का तत्काल सर्वे कराकर उन्हें शत-प्रतिशत शौचालय युक्त बनाने को भी प्रभावी कदम उठाए जाएं। बैठक में सचिव ग्राम्य विकास एसए मुरुगेशन समेत ग्राम्य विकास विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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