कोरोनाकाल में बढ़ी गंगाजल की होम डिलीवरी, गंगोत्री से गंगाजल घर तक पहुंचा रहा डाक विभाग

डाक विभाग से गंगाजल घर मंगाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोनाकाल में गंगोत्री या ऋषिकेश-हरिद्वार पहुंचने में दिक्कतों के चलते लोग आनलाइन गंगाजल आर्डर करने को तवज्जो दे रहे हैं। अप्रैल से जून के बीच डाक विभाग के पास गंगाजल के आर्डर में बढ़ोतरी हुई।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 10:50 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 11:04 PM (IST)
कोरोनाकाल में बढ़ी गंगाजल की होम डिलीवरी, गंगोत्री से गंगाजल घर तक पहुंचा रहा डाक विभाग
डाक विभाग से गंगाजल घर मंगाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी/देहरादून: डाक विभाग से गंगाजल घर मंगाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोनाकाल में गंगोत्री या ऋषिकेश-हरिद्वार पहुंचने में दिक्कतों के चलते लोग आनलाइन गंगाजल आर्डर करने को तवज्जो दे रहे हैं। इस वर्ष अप्रैल से जून के बीच डाक विभाग के पास गंगाजल के आर्डर में खासी बढ़ोतरी हुई। अब भगवान शिव का महीना सावन शुरू हो चुका है। लेकिन, कोरोना के साये में उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा रद कर दी गई है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि शिव भक्त डाक विभाग के माध्यम से ही गंगाजल मनाएंगे। जिसके लिए डाक विभाग ने भी पूरी तैयारी कर ली है।

डाक विभाग देश के कोने-कोने में गंगोत्री के पवित्र गंगाजल की बोतलें पहुंचाता है। उत्तराखंड में कोरोना कफ्र्यू के चलते अप्रैल से जून तक आवाजाही पर पाबंदी रही। इसके चलते डाक विभाग के पास गंगाजल के आर्डर बढ़ गए। बीते तीन माह में उत्तराखंड से करीब 45700 बोतल गंगाजल देशभर के कुल 3000 पोस्ट आफिस में पहुंचाया गया। जहां से आर्डर के अनुसार डाकियों ने गंगाजल घर-घर पहुंचाया। उत्तराखंड पोस्टल सर्किल के निदेशक सुनील कुमार राय ने बताया कि सामान्यत: एक माह में उनके पास सात से दस हजार आर्डर आते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय में यह संख्या दोगुनी हो गई है।

साथ ही अब कांवड़ यात्रा रद होने के बाद इसमें और इजाफा होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए डाक विभाग की ओर से तैयारी कर ली गई है। बताया कि सामान्यत: डाक विभाग मई-जून और सितंबर-अक्टूबर में ही गंगाजल की बाटलिंग करता था। इस बार बढ़ती मांग और कांवड़ यात्रियों की आस्था को देखते हुए गंगाजल की आपूर्ति निरंतर जारी है। उत्तरकाशी डाकघर में एक लाख गंगाजल की बोतलों की पैङ्क्षकग का कार्य चल रहा है। इस कार्य में डाक विभाग ने 12 कर्मचारियों को तैनात किया है। प्रति दिन पांच हजार गंगाजल की बोतलों की पैङ्क्षकग का लक्ष्य रखा गया है। 250 एमएल गंगाजल की बोतल देश के हर डाकघर में आसानी से 30 रुपये में उपलब्ध हो जाती है। डाक विभाग की वेबसाइट के जरिये आनलाइन आर्डर कर भी गंगाजल की बोतल मंगवा सकते हैं।

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उत्तरकाशी डाकघर के पोस्ट मास्टर राकेश रजवार ने बताया कि गत पांच जुलाई को 26400 गंगाजल की बोतलें मुख्य डाकघर देहरादून भेजी गई हैं। एक लाख गंगाजल की बोतलों की पैकिंग का कार्य चल रहा है। गंगाजल की गाद हटाने के लिए उसे यहां बाटङ्क्षलग प्लांट में फिल्टर किया जाता है। इसके बाद 250 एमएल की बोतल में पैक कर मुख्य डाकघर देहरादून भेजा जाता है। उत्तरकाशी में 2018 में लगे बाटलिंग प्लांट में अभी तक करीब दस लाख गंगाजल की बोतलों की पैकिंग की जा चुकी है। उत्तरकाशी डाकघर के गंगाजल बाटलिंग प्लांट से पिछले एक साल में करीब साढ़े चार लाख से अधिक गंगाजल की बोतलें मुख्य डाकघर देहरादून आ चुकी हैं। जहां से झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, असम, राजस्थान, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब सहित 22 डाक सर्किलों को आपूर्ति की जा रही है।

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