उत्‍तराखंड: एक बार फिर शुरू होगी हिमालय दर्शन योजना, औली व मसूरी से हेली सेवा के जरिये कराया जाएगा भ्रमण

सरकार प्रदेश में एक बार फिर हिमालय दर्शन योजना शुरू करने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में औली व मसूरी से ये सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए कुछ हेली कंपनियों ने रुचि दिखाई है। हालांकि अभी इसे अंतिम मंजूरी मिलनी शेष है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:01 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:01 AM (IST)
उत्‍तराखंड: एक बार फिर शुरू होगी हिमालय दर्शन योजना, औली व मसूरी से हेली सेवा के जरिये कराया जाएगा  भ्रमण
सरकार प्रदेश में एक बार फिर हिमालय दर्शन योजना शुरू करने की तैयारी कर रही है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: सरकार प्रदेश में एक बार फिर हिमालय दर्शन योजना शुरू करने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में औली व मसूरी से ये सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए कुछ हेली कंपनियों ने रुचि दिखाई है। हालांकि, अभी इसे अंतिम मंजूरी मिलनी शेष है। कोरोना काल के बाद प्रदेश में पर्यटन अब धीरे-धीरे रफ्तार पकडऩे लगा है। इसे देखते हुए सरकार एक बार फिर हेली सेवा के जरिये हिमालय दर्शन योजना को शुरू करने की तैयारी कर रही है।

दरअसल, सबसे पहले सरकार ने फरवरी 2015 में इस हेली सेवा की शुरुआत देहरादून से की थी। इस योजना के तहत पांच हजार रुपये में पर्यटकों को हिमालय श्रृंखला की बर्फ से ढकी चोटियों के साथ ही आसपास के नजारे दिखाए गए। तकरीबन डेढ़ घंटे का यह सफर बेहद ही रोमांचक होता है। इतने लंबे हेली सफर में पांच हजार का किराया हेली कंपनियां नहीं झेल पाईं। नतीजतन किराये में बदलाव करते हुए 5200 और 10400 रुपये की दो श्रेणी बनाई गईं। 5200 रुपये वाली श्रेणी में टिहरी झील और आसपास के स्थानों के दर्शन और 10400 वाली श्रेणी में हिमालय दर्शन कराया गया। कुछ समय बाद सरकार ने इस योजना से हाथ खींच लिए। इसका संचालन निजी हेली कंपनियों को दे दिया गया, मगर किसी ने इसमें खास रुचि नहीं दिखाई।

यह भी पढ़ें- Chardham Yatra 2021: केदारनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा पर लगाई गई रोक, बदरीनाथ की यात्रा फिलहाल जारी

नतीजतन यह योजना बंद होती चली गई। अब प्रदेश में कोरोना के बाद स्थिति सामान्य हुई है तो दो हेली कंपनियों ने फिर से हिमालय दर्शन योजना शुरू करने में रुचि दिखाई है। इस बार औली और मसूरी से हिमालय दर्शन योजना शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है। औली से चलाई जाने वाली हेली सेवा में पंचाचूली से लेकर टाइगर पूंछ तक क्षेत्र दिखाया जाएगा। मसूरी हेली सेवा के जरिये मसूरी से धनोल्टी होते हुए टिहरी झील व आसपास का क्षेत्र दिखाया जाएगा। ये दोनों उड़ान 15 से 20 मिनट की रहेंगी।

सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने कहा कि हिमालय दर्शन योजना के तहत दो हेली सेवाओं ने रुचि दिखाई है। जल्द ही इस संबंध में विचार-विमर्श के बाद निर्णय ले लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में हड़ताल से बस निरस्त हुई तो बर्खास्त होंगे कर्मचारी, रोडवेज मुख्यालय ने जारी किया आदेश

chat bot
आपका साथी